RAS Exam 2025 Topper | Dinesh Kajla Farmer’s Son Scores 63rd Rank | Interview Questions

Last Updated:October 16, 2025, 10:01 IST
RAS Exam Topper: यह सच ही कहा गया है कि मेहनत और लगन हो तो हर मंजिल को हासिल किया जा सकता है. इसी उक्ति को साकार कर दिखाया है सीकर जिले के जेरठी गांव के युवा दिनेश काजला ने. दिनेश ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त परीक्षा (RAS) 2023 में 63वीं रैंक हासिल कर पूरे इलाके और अपने परिवार का नाम रोशन किया है.
सीकर कहते हैं मेहनत और लगन से कोई भी मंजिल पाना असंभव नहीं होता इसी बात को सच कर दिखाया है सीकर जिले के जेरठी गांव के दिनेश काजला ने दिनेश ने राजस्थान लोक सेवा आयोग RPSC की राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त परीक्षा RAS 2023 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 63वीं रैंक हासिल की है.
दिनेश काजला ने बताया कि वर्ष 2021 में लेबर इंस्पेक्टर भर्ती में उनका चयन हो गया था मई 2024 में उनकी पहली पोस्टिंग चूरू में मिली लेकिन परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देने के लिए उन्होंने तीन महीने का एक्सटेंशन ले लिया इसके बाद अगस्त में उन्होंने नौकरी ज्वाइन की और इंटरव्यू की तैयारी जारी रखी.
नौकरी के साथ तैयारी आसान नहीं थी लेकिन दिनेश ने अनुशासन और समय प्रबंधन के जरिए पढ़ाई के लिए वक्त निकाला उन्होंने बताया कि पूरे दिन की नौकरी के बाद वे घर आकर 6 से 8 घंटे पढ़ाई किया करते थे परिवार और दोस्तों ने भी उन्हें लगातार प्रेरित किया.
दिनेश के पिता वेदप्रकाश किसान हैं किसान परिवार से आने के बावजूद दिनेश ने अपनी मेहनत से प्रशासनिक सेवा में जगह बनाई वे कहते हैं कि बचपन से ही उनका सपना था कि वे सरकारी सेवा में जाएं उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी से बीटेक किया गांव के माहौल ने उन्हें जमीनी स्तर से सोचने और समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा दी दिनेश के बड़े भाई गिरीश बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर हैं.
इंटरव्यू के दौरान दिनेश से कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे गए अधिकारियों ने जानना चाहा कि अगर कोई मजदूर किसी ठेकेदार के खिलाफ प्रोविडेंट फंड से जुड़ी समस्या लेकर आता है तो वे उसका निपटारा कैसे करेंगे इसके अलावा श्रम विभाग की योजनाओं और नीतियों को लेकर भी उनकी समझ की परख की गई.
दिनेश ने बताया कि इंटरव्यू में उनसे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत द्वारा इस्तेमाल की गई मिसाइलों में अंतर समझाने को कहा गया उन्होंने शांत मन से सभी सवालों के जवाब दिए उनका कहना है कि आत्मविश्वास ईमानदारी और सही तैयारी से हर मुश्किल आसान बन जाती है यही उनकी सफलता का मूल मंत्र रहा.
दिनेश बताते हैं कि उन्होंने यह सफलता अपने दूसरे प्रयास में हासिल की पहले प्रयास में भले ही उन्हें सफलता नहीं मिली लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी लगातार मेहनत और रणनीति में बदलाव करते हुए इस बार उन्होंने अपने सपने को साकार कर दिखाया उनका कहना है कि मेहनत ही सफलता की असली कुंजी है.
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October 16, 2025, 10:01 IST
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Sikar: गांव का बेटा बन गया RAS Topper, किसान के बेटे ने हासिल की 63वीं रैंक!