RAS Exam Topper : ‘धांधली’ के तानों का दिया जवाब! रलावता के परमेश्वर बने RAS टॉपर, 3वीं रैंक से धमाका

Last Updated:October 16, 2025, 16:49 IST
RAS Topper Success Story : किशनगढ़ के रलावता गांव के परमेश्वर चौधरी ने RAS 2023 परीक्षा में तीसरी रैंक हासिल कर अपनी मेहनत और ईमानदारी से सभी आलोचकों को करारा जवाब दिया. साधारण किसान परिवार से उठकर प्रशासनिक सेवा में पहले अधिकारी बने परमेश्वर की कहानी संघर्ष, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की प्रेरक मिसाल बन गई है.
सीकर : राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा-2023 का परिणाम जारी को चुका है. इस परीक्षा परिणाम में किशनगढ़ उपखंड के छोटे से गांव रलावता के रहने वाले परमेश्वर चौधरी ने तीसरी रैंक हासिल की है. इस परीक्षा परिणाम के बाद पूरे राजस्थान में परमेश्वर चौधरी की चर्चा हो रही है. दरअसल इनका चयन इससे पहले SI भर्ती परीक्षा-2021 में हुआ था. लेकिन इस परीक्षा में धांधली के आरोप के बाद इस भर्ती परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की मेहनत पर सवाल उठने लगे थे. लेकिन, अब परमेश्वर ने इस परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त कर उन सभी लोगों को जवाब दे दिए जो उनके चरित्र और मेहनत पर सवाल उठा रहे थे.
परमेश्वर चौधरी की कहानी संघर्ष, आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प की प्रेरक मिसाल है. उन्होंने समाज के उन सभी तानों और संदेहों को भी पीछे छोड़ दिया, जो 2021 की सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती को लेकर उनके ऊपर लगाए गए थे. परमेश्वर ने बताया कि SI भर्ती परीक्षा-2021 में चयन के बाद उनके चरित्र और मेहनत पर सवाल उठाए गए. लोगों ने शक की नजर से देखा और ताने मारे. यहां तक कि उनके परिवार को भी समाज में तिरस्कार झेलना पड़ा. लेकिन उन्होंने इन परिस्थितियों से हार नहीं मानी. उन्होंने ठान लिया था कि वे अपनी मेहनत और ईमानदारी से अपनी काबिलियत साबित करेंगे.
परिवार के पहले प्रशासनिक अधिकारी बने परमेश्वरपरमेश्वर का परिवार बेहद साधारण पृष्ठभूमि से है. पिता हरिराम चौधरी किसान हैं और मां गृहिणी हैं. परिवार में उनसे पहले कोई भी प्रशासनिक सेवा में नहीं रहा. इस कारण उनकी सफलता पूरे गांव और परिवार के लिए गर्व का विषय बन गई है. उन्होंने बताया कि 12वीं कक्षा के दौरान उनके शिक्षक ने उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने की प्रेरणा दी थी. उसी दिन उन्होंने तय कर लिया था कि एक दिन अफसर बनकर अपने गांव और माता-पिता का नाम रोशन करेंगे. उनका संघर्ष 2018 से शुरू हुआ, जब उन्हें पहली बार लैब असिस्टेंट भर्ती परीक्षा में सफलता मिली. इसके बाद उन्होंने RAS परीक्षा दी, जिसमें प्री और मेंस तो पास किया, लेकिन इंटरव्यू में उन्हें 1604वीं रैंक मिली. असफलता से निराश होने के बजाय उन्होंने इसे सीख का अवसर माना और तैयारी जारी रखी. फिर 2021 में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा दी और सफलता हासिल की. लेकिन यह भर्ती विवादों में घिर गई, जिससे उन्हें सामाजिक तानों और अपमान का सामना करना पड़ा.
तानों का जवाब प्रशासनिक अधिकारी बन कर दियाइसी दौरान समाज और लोगों को इन तनों का जवाब देने के लिए उन्होंने RAS-2023 की तैयारी शुरू की. जब SI भर्ती का मामला कोर्ट में चल रहा था, तब उनका RAS इंटरव्यू शेड्यूल हुआ. इंटरव्यू में उनसे स्वच्छ भारत मिशन, केंद्र सरकार की नई नीतियों और ग्रामीण प्रशासन जैसे विषयों पर सवाल पूछे गए. उन्होंने आत्मविश्वास से हर सवाल का जवाब दिया. उनकी मेहनत और आत्मविश्वास का नतीजा रहा कि वे राज्य में तीसरे स्थान पर रहे.
माता-पिता ने दिया साथपरमेश्वर वर्तमान में नागौर पुलिस लाइन में कार्यरत हैं. उन्होंने बताया कि इस सफलता का श्रेय वे अपने माता-पिता और शिक्षकों को देते हैं, जिन्होंने हर मुश्किल वक्त में उन्हें हिम्मत दी. उनका कहना है कि जीवन में कितनी भी बाधाएं क्यों न आएं, अगर मेहनत और ईमानदारी को साथ रखा जाए तो मंजिल जरूर मिलती है. उन्होंने कहा कि अब उनका लक्ष्य समाज के लिए कुछ सार्थक कार्य करना है. वे ग्रामीण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए प्रेरित करना चाहते हैं, ताकि गांव के अधिक से अधिक बच्चे सरकारी सेवाओं में आकर प्रदेश की प्रगति में योगदान दे सकें.
Rupesh Kumar Jaiswal
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
October 16, 2025, 16:49 IST
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तानों को बनाया ताकत, RAS 3वीं रैंक से परमेश्वर ने लिखी नई कहानी!