Rajasthan

चिमनी की रोशनी से रेगिस्तान में पढ़ीं, आज छोटे से गांव की सोहनी ने बॉलीवुड में मचाई धूम

मनमोहन सेजू/बाड़मेर. कहते हैं कि कुछ कर गुजरने की हिम्मत और शिद्दत हो तो तमाम मुश्किलों के बावजूद इंसान न केवल अपनी मंजिल को पा लेता है बल्कि सफलता उसके कदम चूमने लगती है. आज हम बात कर रहे है रेगिस्तानी बाड़मेर के गुड़ामालानी की एक ऐसी लड़की की जिसने बचपन में अपनी पढ़ाई चिमनी की रोशनी में की और आज बॉलीवुड में उसके नाम का डंका बोलता है.

सोहनी कुमारी ने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था फिर मां गवरी देवी ने सोहनी देवी व उसके दो बहनों व दो भाइयों को पाल पोषकर बड़ा किया. सोहनी कुमारी ने 12वीं की पढ़ाई के बाद मुम्‍बई जाकर बॉलीवुड में करियर बनाने की इच्‍छा जताई. मोखावा जैसे छोटे से गांव की रहने वाली सोहिनी कुमारी का बचपन पिता की मौत के बाद बेहद दुखों के साथ बिता.

पढ़ने की ललक ने उसे खुद को सबसे अलग बना दिया. पढ़ने के दौरान मुंबई जाकर कुछ करने के सपने ने घरवालों को खूब ताने दिए लेकिन सोहिनी ठान चुकी थी और वह मुंबई के लिए निकल गई. छोटे से थियेटर से शुरू होकर कई डेली शॉप में काम करते करते सोहिनी ने अपना मुकाम बनाया और हाल ही में उन्होंने एक फिल्म का निर्माण किया है.

‘आखिर पलायन कब तक’ नाम की इस फिल्म को बनाने में सोहिनी ने 8 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज हुई यह फिल्म लोगों की जमीनों पर धर्म के नाम पर कब्जे की ज्वलंत समस्या पर आधारित थी. महज 2 हजार की आबादी वाले मोखावा गांव से मुंबई आकर सोहनी को खूब संघर्ष करना पड़ा. सोहिनी बताते हैं कि गांव से सीधे मुंबई की राह पकड़ी और 9 साल के लंबे संघर्ष के बाद अब फिल्‍म निर्माता बनने में सफल हुई हैं.

सच्ची घटना पर आधारित है फिल्म
‘आखिर पलायन कब तक’ फिल्म किसी समुदाय विशेष की नहीं बल्कि लोगों की आवाज़ उठाती है. एक्टर सोहनी कुमारी बताती है कि मै राजस्थान के बाड़मेर से आती हूं और मैंने ऐसी बहुत सारी घटनाएं देखी है. जिसमें एक समुदाय द्वारा जमीन पर कब्जा करने की वजह से लोगों को पलायन करना पड़ता है, उसी को ध्यान में रखकर एक सच्ची घटना को आधार बनाकर मैंने यह फिल्म बनाई है.

सोहनी कुमारी और अलका चौधरी द्वारा निर्मित इस फिल्म के लेखक व निर्देशक मुकुल विक्रम हैं. एक सत्य घटना पर आधारित फिल्म ‘आखिर पलायन कब तक’ की कहानी दो समुदाय के बीच धार्मिक उन्माद की वजह से हो रही हत्याओं, थाने में तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर, एक लापता परिवार और उसके चार सदस्यों और कई अन्य रोमांचक स्थितियों के इर्दगिर्द घूमती है.

Tags: Barmer news, Bollywood, Local18, Rajasthan news

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