Congress Trying To Capitalize On The Bravery Of The Indian Army – भाजपा के नक्श-ए- कदम पर कांग्रेस, बांग्लादेश आजादी युद्ध में सेना के शौर्य को भुनाने में जुटी कांग्रेस

-पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साहस और दृढ़ निश्चय को जन जन तक पहुंचाएगी कांग्रेस, 93 हज़ार पाकिस्तानी सैनिकों को बंदी बनाया था भारतीय सेना ने, बांग्लादेश की आजादी का जश्न मनाने के लिए एआईसीसी की ओर से सभी राज्यों को सर्कुलर हुआ जारी
जयपुर। देश में पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान में की गई सर्जिकल स्ट्राइक को जहां केंद्र की मोदी सरकार ने शौर्य दिवस के रूप में भुनाया तो वहीं अब कांग्रेस भी भाजपा के नक्शे कदम पर चल पड़ी है। कांग्रेस की ओर से देश भर में बांग्लादेश आजादी युद्ध के दौरान सेना के शौर्य और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साहस को भुनाने और उसे घर घर पहुंचाने के लिए पूरे साल भर जश्न मनाने की तैयारी में है।
इसे लेकर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से सभी प्रदेशों को एक सर्कुलर जारी किया गया। सर्कुलर जारी होने के बाद प्रदेश कांग्रेस ने भी साल भर देश का 75 वां स्वाधीनता दिवस और बांग्लादेश आजादी में सेना के शौर्य मनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष और वरिष्ठ विधायक महेंद्र सिंह मालवीय के अध्यक्षता में एक प्रदेश स्तरीय कमेटी का गठन किया है।
यह कमेटी प्रदेश भर में 1 साल तक जिला और ब्लॉक लेवल पर समारोह पूर्वक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी और लोगों को कांग्रेस सरकारों में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक , आजादी के आंदोलन में कांग्रेस नेताओं का योगदान और देश के नवनिर्माण में कांग्रेस सरकारों के योगदान को लेकर लोगों को जन जागरूक करेंगे। कार्यक्रमों के लिए जिला संयोजक नियुक्त किए गए हैं।
बांग्लादेश युद्ध में 93000 सैनिकों को बनाया था बंदी
दरअसल बांग्लादेश आजादी को लेकर पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 93000 सैनिकों को बंदी बना लिया था और कांग्रेस सरकार के हस्तक्षेप से पाकिस्तान के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को एक आजाद मुल्क बनाया गया था।
लोकसभा चुनाव से पहले हुई थी एयर स्ट्राइक
2019 में हुए लोकसभा चुनाव से पहले पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान में की गई एयर स्ट्राइक को केंद्र की मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव में जमकर भुनाया था, जिस पर कांग्रेस में भाजपा मोदी सरकार पर सेना के शौर्य के पीछे राजनीति करने का आरोप लगाया था, लेकिन अब कांग्रेस भी उसी तर्ज पर अपने शासनकाल में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में बांग्लादेश की आजादी के मामले को भुनाने की तैयारी शुरू कर दी है।
ये है प्रदेश स्तरीय समिति
प्रदेश स्तरीय समिति रिटायर्ड ब्रिगेडियर भगवान सिंह, पूर्व सांसद भरतराम मेघवाल, नानालाल निनामा, मंगलाराम गोदारा, जाकिर हुसैन गैसावत, रतन देवासी, राकेश बोयत, पारस जैन, विधायक रामलाल मीणा, अन्नालाल बोराणा, प्रमोद शर्मा, विवेक कटारा, रामसहाय बाजिया, विजेंद्र सिंह महलावत और बाबूलाल जैन शामिल है।