Rajasthan

पुरानी परंपरा का हुआ पुनर्निर्माण, लक्ष्यराज सिंह ने पांच गांवों के राजपुरोहितों को दिया शाही सम्मान

Last Updated:April 28, 2025, 17:32 IST

लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने उदयपुर के सिटी पैलेस में तीन सौ साल पुरानी परंपरा को फिर से जीवित किया. उन्होंने पांच गांवों के राजपुरोहितों को शाही सम्मान दिया और राखी भेजने की परंपरा को फिर से शुरू किया.X
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300 साल पुरानी परंपरा 

हाइलाइट्स

लक्ष्यराज सिंह ने तीन सौ साल पुरानी परंपरा को पुनर्जीवित किया.पांच गांवों के राजपुरोहितों को शाही सम्मान दिया गया.गांव की बेटियां फिर से राजपरिवार को राखी भेजेंगी.

निशा राठौड़ /उदयपुर- उदयपुर के सिटी पैलेस में एक ऐतिहासिक दिन देखने को मिला, जब मेवाड के पूर्व राजपरिवार के सदस्य, लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने तीन सौ साल पुरानी परंपरा को फिर से शुरू किया. उन्होंने पांच गांवों के राजपुरोहितों को शाही सम्मान देते हुए लंबे समय से टूट चुके रिश्तों को फिर से जोड़ने का महत्वपूर्ण कदम उठाया.

राजपरिवार और राजपुरोहितों के बीच टूटा रिश्ताकई सालों पहले मेवाड राजपरिवार और इन पांच गांवों के राजपुरोहितों के बीच गहरा संबंध था. हर साल रक्षाबंधन के अवसर पर गांव की बेटियां राजपरिवार को राखी भेजती थीं और बदले में राजपरिवार उन्हें सम्मानित करता था. हालांकि, किसी वजह से यह परंपरा टूट गई थी.

लक्ष्यराज सिंह ने किया शाही स्वागतयह सिलसिला फिर से शुरू हुआ जब पिछले साल अरविंद सिंह मेवाड के निधन पर इन पांच गांवों के राजपुरोहित शोक व्यक्त करने के लिए सिटी पैलेस आए थे. उस दौरान उन्होंने भोजन ग्रहण नहीं किया था, लेकिन अब लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने उन्हें फिर से शाही तरीके से बुलाया और उनका स्वागत किया. इस अवसर पर उन्हें शॉल और उपहार भी दिए गए.

नए रिश्ते का संकल्पइस मौके पर लक्ष्यराज सिंह मेवाड ने खुशी जताते हुए कहा, “यह रिश्ता अब कभी नहीं टूटेगा. हम इसे हमेशा बनाए रखेंगे और आने वाले समय में इन राजपुरोहितों को हमेशा याद किया जाएगा.”

गांव की बेटियां फिर से जुड़ेंगीअब यह रिश्ता फिर से मजबूत हो चुका है और इन गांवों की बेटियां एक बार फिर से राखी भेजने की परंपरा शुरू करेंगी. वे खुश हैं कि यह संबंध फिर से जीवित हुआ है और इसे भविष्य में भी निभाया जाएगा.

परंपराओं का संरक्षण और आगे बढ़ानायह घटना केवल एक ऐतिहासिक कदम नहीं है, बल्कि यह दर्शाता है कि पुराने रिश्तों को फिर से जीवित किया जा सकता है. अब यह परंपरा आगे और मजबूत होगी, मेवाड राजपरिवार और इन गांवों के बीच यह संबंध हमेशा कायम रहेगा. सिटी पैलेस में हुआ यह आयोजन न केवल पुराने रिश्तों को फिर से जोड़ने का अवसर था, बल्कि यह यह भी सिद्ध करता है कि परंपराओं को सहेज कर रखा जा सकता है. यह कदम आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा.

Location :

Udaipur,Rajasthan

First Published :

April 28, 2025, 17:32 IST

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