अजवाइन के घरेलू उपाय से सर्दी-जुखाम और पेट दर्द में राहत | Ajwain Benefits for Cold, Cough & Digestion

Last Updated:November 09, 2025, 14:26 IST
Ajwain Benefits For Health: अजवाइन सर्दी-जुखाम, खांसी और पेट दर्द जैसी आम बीमारियों का सस्ता और असरदार घरेलू इलाज है. इसमें मौजूद थाइमोल तत्व साँस की दिक्कत, पाचन और बलगम जैसी समस्याओं से राहत देता है. भाप, काढ़ा या चबाकर इसका उपयोग किया जा सकता है, जो बिना साइड इफेक्ट के त्वरित आराम देता है.
सर्दी का बदलता मौसम घर में बीमारियाँ भी लेकर आ रहा है. इस मौसम में सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी समस्याएँ आम बात है. ये छोटी-छोटी बीमारियाँ घर का पूरा बजट बिगाड़ देती हैं, क्योंकि इनसे ठीक होने के लिए बार-बार डॉक्टरों के चक्कर काटने पड़ते हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि आप बिना एक रुपया खर्च किए इन बीमारियों का घर पर ही समाधान पा सकते हैं? आप घर की रसोई में पड़ी अजवाइन का उपयोग करके घरेलू उपचार अपना सकते हैं. अजवाइन एक प्राकृतिक औषधि है, ऐसे में अंग्रेज़ी दवाओं की बजाय अजवाइन का उपयोग कर सकते हैं. खास बात ये है कि इस औषधि का शरीर पर कोई नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि अजवाइन में मौजूद थाइमोल (Thymol) तत्व साँस संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. इसके उपयोग के लिए एक चम्मच अजवाइन को भूनकर कपड़े में बाँधकर सूंघने से नाक खुलती है और सर्दी में तुरंत राहत मिलती है. इसके अलावा, अजवाइन, गुड़ और काला नमक मिलाकर गर्म पानी के साथ लेने से खाँसी, गले का दर्द और बलगम में आराम मिलता है. अजवाइन के उबाल वाले पानी की भाप लेने से बंद नाक खुल जाती है और सिरदर्द भी दूर होता है, साथ ही इसका काढ़ा बनाकर शहद के साथ पीना भी बहुत लाभकारी होता है. इस प्रकार, अजवाइन मौसमी बीमारियों से लड़ने के लिए एक बहुआयामी और प्राकृतिक उपचार प्रदान करती है.

अजवाइन केवल खाँसी, सर्दी और जुकाम ही नहीं, बल्कि अन्य बीमारियों में भी रामबाण औषधि है. इसमें पाया जाने वाला थाइमोल नामक तत्व पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है और गैस, एसिडिटी तथा अपच जैसी समस्याओं को दूर करता है. इसके नियमित सेवन से पेट संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती हैं. ऐसे में रोज सुबह खाली पेट एक चम्मच अजवाइन गुनगुने पानी के साथ लेने से पेट दर्द और गैस जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. यह उपाय न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि कब्ज़ को दूर करने में भी सहायक है. अजवाइन का यह काढ़ा या सेवन किसी प्राकृतिक औषधि से कम नहीं है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर के अनुसार, तुलसी के पत्ते, अजवाइन, अदरक और काली मिर्च को पानी में उबालकर उसमें थोड़ा शहद मिलाकर पीने से सर्दी से तुरंत राहत मिलती है. यह श्वसन तंत्र को साफ करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को भी बढ़ाता है. इसके अतिरिक्त, अजवाइन का तेल प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में बहुत असरदार है. अजवाइन के तेल को हल्का गर्म करके जोड़ों पर मालिश करने से दर्द और सूजन दोनों में राहत मिलती है. इसका नियमित उपयोग रक्त संचार को बेहतर बनाता है और शरीर में जमा विषाक्त तत्वों (Toxins) को बाहर निकालने में मदद करता है.

आयुर्वेदिक डॉक्टर नरेंद्र कुमार ने बताया कि अजवाइन का तेल रूमेटॉइड आर्थराइटिस जैसी समस्याओं में भी बहुत लाभकारी माना गया है. इसके अलावा, किडनी और मूत्र से जुड़ी परेशानियों में भी इसका उपयोग किया जा सकता है. रातभर पानी में भिगोई गई अजवाइन को सुबह उबालकर पीने से शरीर की सफ़ाई होती है और मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI) जैसी समस्याओं से राहत मिलती है. यह उपाय किडनी स्टोन की समस्या में दर्द से आराम देता है. नियमित सेवन से मूत्राशय साफ़ रहता है और शरीर में टॉक्सिन जमा नहीं होते. इस सरल और घरेलू नुस्खे से महँगी दवाओं पर निर्भर हुए बिना खुद को स्वस्थ रखा जा सकता है.

इसके अलावा, अजवाइन का सेवन मेटाबॉलिज्म (चयापचय) को तेज करता है, जिससे शरीर की अतिरिक्त चर्बी घटाने में मदद मिलती है. सुबह खाली पेट अजवाइन का पानी पीने से पाचन क्रिया सक्रिय होती है और वजन कंट्रोल रहता है. साथ ही यह शरीर को पूरे दिन ऊर्जा भी प्रदान करता है. ऐसे में अजवाइन न केवल बीमारियों से बचाव करती है, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाती है. इसके नियमित उपयोग से पेट, सर्दी, दर्द और किडनी जैसी कई समस्याओं से राहत पाई जा सकती है.
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November 09, 2025, 14:26 IST
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