राजस्थान में बदला नियम, अब सिर्फ इनको मिलेगा महाराणा प्रताप मेडल

Last Updated:May 11, 2025, 23:01 IST
Maharana pratap award rajasthan: आपको बता दें कि राजस्थान में कई खिलाड़ी और कोच इन पुरस्कारों का इंतजार कर रहे हैं. 2018 के बाद लंबे समय से खिलाड़ियों को यह पुरस्कार नहीं दिए गए हैं. NADA या WADA के टेस्ट में प…और पढ़ें
राजस्थान में 2018 के बाद से खिलाड़ियों को नहीं मिले हैं महाराणा प्रताप पुरस्कार।
जयपुर: राजस्थान में खेल के क्षेत्र में युवा खिलाड़ी दुनियाभर में अपनी जीत का परचम लहरा रहें हैं. यहां के खिलाड़ी जिस भी टूर्नामेंट में खेलने जाते हैं वहां से मेडल जीतकर ही लौटते हैं. जीतने पर खिलाड़ियों को पुरस्कार और अवार्ड भी दिए जाते हैं. ऐसे ही राजस्थान में खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट खिलाड़ियों और कोच को महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवॉर्ड दिए जाते हैं. अब ये अवॉर्ड नए नियमों के साथ खिलाड़ियों को दिए जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के खेल पुरस्कारों में अब नेशनल फेडरेशंस की तरफ से आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में मेडल की वेटेज खत्म कर दी गई है. इसी तरह अब नए नियमों के अनुसार नेशनल गेम्स का प्रदर्शन खिलाड़ियों को मिलने वाले महाराणा प्रताप अवॉर्ड का आधार बनेगा. इसके साथ ही राजस्थान में अब महाराणा प्रताप खेल पुरस्कार के लिएअंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं जैसे ओलिंपिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ गेम्स, वर्ल्ड कप, वर्ल्ड चैम्पियनशिप, एशिया कप और एशियन चैम्पियनशिप के साथ राष्ट्रीय खेलों की वेटेज के अनुसार खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा. इसके साथ ही राजस्थान के बेस्ट खिलाड़ियों को महाराणा प्रताप और प्रशिक्षकों को गुरु वशिष्ठ अवॉर्ड अब नए नियमों से दिए जाएंगे.
आपको बता दें कि राजस्थान में खेल पुरस्कार के नियमों में बदलाव की शुरुआत इसी साल से होगी. आपको बता दें कि राजस्थान में कई खिलाड़ी और कोच इन पुरस्कारों का इंतजार कर रहे हैं. 2018 के बाद लंबे समय से खिलाड़ियों को यह पुरस्कार नहीं दिए गए हैं.
महाराणा प्रताप पुरस्कार में हुए ये बदलावआपको बता दें कि राजस्थान में खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले महाराणा प्रताप और गुरु वशिष्ठ अवॉर्ड के नियमों में बदलाव किया गया है. राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल के अनुसार, अब राजस्थान में महाराणा प्रताप पुरस्कार साल में सिर्फ 5 खिलाड़ी और 5 कोच को ही दिए जाएंगे. इसमें पुरस्कार के साथ प्रशस्ति पत्र और ब्लेजर दिया जाएगा. इसके साथ ही 5 लाख रुपए की राशि भी खिलाड़ियों को पुरस्कार के रूप में दी जाएगी.
आपको बता दें कि महाराणा प्रताप पुरस्कार में तीन सामान्य श्रेणी और दो पैरा खिलाड़ियों/कोच शामिल होते हैं. आपको बता दें इन दोनों पुरस्कारों के अलावा राजस्थान में कोच को द्रोणाचार्य अवॉर्ड भी दिया जाता है. हाल ही में राजस्थान के एथलेटिक्स के कोच महावीर सैनी को यह पुरस्कार दिया गया था. इसके अलावा भारत सरकार की तरफ से अर्जुन अवार्ड खिलाड़ियों को अलग से दिए जाते हैं. हालांकि, यह पुरस्कार जयपुर की घुड़सवार खिलाड़ी दिव्यकृति सिंह को दिया गया था.
इन खिलाड़ियों को मिलेगा महाराणा प्रताप पुरस्कारआपको बता दें कि राजस्थान स्पोर्ट्स काउंसिल के अनुसार नए नियमों के चलते महाराणा प्रताप पुरस्कार उन खिलाड़ियों को मिलेगा जो खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता रहे हैं या अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाल लिए हैं. इसके साथ ही यह पुरस्कार नेशनल गेम्स में पदक विजेता को भी मिलेगा. इसके के साथ ही खिलाड़ियों की पिछले चार वर्षों की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियों के आधार पर भी उनका चयन किया जाएगा. इसके अलावा NADA या WADA के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए खिलाड़ियों को यह पुरस्कार नहीं दिया जाएगा.
खेल पुरस्कार के बदलाव के साथ ही चयन समिति में भी बदलाव किया गया है, जिसके अनुसार अब खेल प्रशासक को द्रोणाचार्य अवार्ड नहीं मिलेंगे. जल्द ही राजस्थान में 2018-2023 तक के पेंडिंग अवॉर्ड नए नियमों के हिसाब से दिए जाएंगे जिसके लिए आवेदन मांगे गए हैं.
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