Rewa Super Specialty Hospital Dr VD Tripathi shocking claim that heart disease can be treated with alcohol not medicine
रीवा. रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वीडी त्रिपाठी का दावा है कि उन्होंने शराब का इस्तेमाल करके हृदय रोग के तीन मरीजों को पूरी तरीके से ठीक कर दिया है. यानी, जहां दवा नहीं काम आ रही थी. वहां दारू ने काम कर दिखाया है. इसे पढ़ या सुन और देख कर आप बिल्कुल भी आश्चर्यचकित ना हो, क्योंकि रीवा के डॉ. वीडी त्रिपाठी के मुताबिक यह पूरी तरीके से सत्य है. उन्होंने Local18 की टीम को उन मरीजों से भी मिलवाया, जिन्हें शराब का इस्तेमाल करके ठीक किया गया है. यह पूरी जानकारी खुद रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. वीडी त्रिपाठी ने दी.
अक्सर हमें दारु के ठेके देख कर लगता है कि यह क्यूं खोले जाते है जब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है. शराब क्योंकि हमेशा सुना है कि शराब सेहत के लिए नुकसानदायक होती है, लेकिन यह बात अब बीते जमाने की हो गई है. दरअसल, मध्य प्रदेश के रीवा के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शराब का इस्तेमाल करके हृदय रोगियों को ठीक किया जा रहा है.
डॉक्टर वी डी त्रिपाठी ने हंसते हुए कहा कि दारु नही कहिए एल्कोहल कहिए. फिर डॉक्टर त्रिपठी ने बताया कि शराब का इस्तेमाल करके हम तीन हृदय रोगियों को ठीक कर चुके हैं. ये वो मरीज थे, जिनको सांस फूलने और सीने में दर्द की शिकायत थी. उन्होंने बताया कि इस इलाज को अल्कोहल सेप्टल एबलेशन कहते हैं और इस बीमारी का नाम है ‘हाइपर ट्रैफिक एब्स्ट्रेक्ट कार्डियोमायोपैथी’. इसमें हृदय की मोटाई बढ़ जाने की वजह से आदमी को सांस लेने में दिक्कत होती है, जिसकी वजह से मरीज को कभी-कभी हार्ट अटैक होने की आशंका बनी रहती है.
क्या होती है एच.ओ.सी.एम. की बीमारीआज की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोगों को सांस फूलना और सीने में दर्द की शिकायत होती है. यही हृदय रोग की बीमारी का एक हिस्सा होता है. ज्यादातर लोगों को यह बीमारी होती है. इसे मेडिकल की भाषा में एच.ओ.सी. एम. यानी हाइपर ट्रैफिक एब्स्ट्रेक्ट कार्डियोमायोपैथी कहते हैं. इस बीमारी में हृदय की मोटाई बढ़ जाती है. यह मरीज की सेहत के लिए कतई ठीक नहीं होती है. इसकी वजह से 30 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कहीं भी, कभी भी हार्ट अटैक आ जाता है.
शराब से ऐसे किया जाता है इलाजडॉ. त्रिपाठी का दावा है कि इस इलाज से इस बीमारी को काफी हद तक ठीक कर दिया जाता है. हृदय के मोटे हिस्से को अल्कोहल की मदद से पतला किया जाता है. ऐसे मरीजों को ठीक करने के लिए हृदय की मोटाई को कम करना जरूरी होता है. उन्होंने बताया कि अल्कोहल की मदद से देश के कुछ हिस्से में दिल की मोटाई को ठीक किया जा रहा था. अब इस इलाके में हमने इसका इस्तेमाल पहली बार किया है और हमें सफलता भी मिली है.
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FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 18:55 IST