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Rising Bharat Summit 2025: राइजिंग भारत समिट में अश्विनी वैष्णव, रेलवे-आईटी में बढ़ते भारत की धाक की होगी बात

Rising Bharat Summit 2025: राइजिंग भारत समिट 2025 का आयोजन 8 और 9 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली के भारत मंडपम में हो रहा है. न्यूज18 नेटवर्क की ओर से आयोजित एक वार्षिक सम्मेलन है. इसमें देश विदेश से 100 से अधिक स्पीकर भाग ले रहें है. इसमें राइजिंग भारत समिट का फोकस भारत की प्रगति और भविष्य की चुनौतियों पर बात होगी. इस राइजिंग भारत समिट में 75 से अधिक सत्र होंगे. इसमें ग्लोबल लीडर, नीति निर्माता, उद्योग विशेषज्ञ और नवाचार करने वाले भाग लेंगे. यह भारत के आत्मनिर्भर और वैश्विक नेतृत्व की दिशा में एक मंच प्रदान करता है. पीएम मोदी से लेकर देश-दुनिया के दिग्गज लोग शामिल हो रहे हैं.

इस सम्मेलन में भारत के रेलवे, सूचना प्रसारण इलेक्ट्रॉनिक्स आईटी अश्विनी वैष्णव भी भाग ले रहे हैं. वह इस सम्मेलन में भारत के आइटी और सूचना प्रसारण क्षेत्र में बढ़ते धाक को लेकर बात करेंगे. साथ ही वह भारत में सेमीकंडर के उत्पादन और मेन्यूफैकचर पर बात करेंगे. बताते चलें कि उनके नेतृत्व में भारत ने रेलवे में अभूतपूर्व प्रगति की है. वंदे भारत से लेकर नमो भारत ट्रेन की संचालन इनके ही नेतृत्व में संभव हो पाया है. उन्होंने भारत में रेलवे में आम जन की सुरक्षा और सुखद यात्रा के लिए हरसंभव कोशिश कर रहें. चलिए जानते देश के इस कद्दावर नेता के बारे में.

अश्विनी वैष्णव वर्तमान में भारत सरकार में रेलवे, सूचना और प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री का पद संभाल रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रमुख नेता और ओडिशा से राज्यसभा सांसद के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले वैष्णव का जीवन एक प्रेरणादायक है. उनकी शैक्षणिक योग्यता, प्रशासनिक अनुभव और निजी क्षेत्र में नेतृत्व ने उन्हें देश के सबसे प्रभावशाली मंत्रियों में से एक बनाया है.

अश्विनी वैष्णव का जन्म 18 जुलाई 1970 को राजस्थान के जोधपुर में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा जोधपुर से, फिर 1991 में एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज (जेएनवीयू), जोधपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. वह गोल्ड मेडलिस्ट भी रहे हैं. इसके बाद, उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर से एम.टेक पूरा किया. उन्होंने अमेरिका के पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए की डिग्री भी प्राप्त की.

प्रशासनिक और निजी क्षेत्र में करियर1994 में वैष्णव ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की परीक्षा उत्तीर्ण की. ओडिशा कैडर में शामिल हुए. ओडिशा के बालासोर और कटक जैसे जिलों में कलेक्टर के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने अपनी कुशलता और नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया. 2006 में आईएएस से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने के बाद, वह जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) ट्रांसपोर्ट और सीमेंस जैसी कंपनियों में वरिष्ठ नेतृत्व पदों पर कार्य किया. इस दौरान उन्होंने रेलवे और परिवहन क्षेत्र में तकनीकी विशेषज्ञता हासिल की.

राजनीतिक यात्रावैष्णव ने 2019 में भारतीय जनता पार्टी के साथ अपनी राजनीतिक पारी शुरू की. उसी वर्ष ओडिशा से राज्यसभा सांसद चुने गए. तकनीकी और प्रशासनिक पृष्ठभूमि को देखते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें 7 जुलाई 2021 को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया. तब से वे रेलवे, सूचना और प्रसारण, और इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का नेतृत्व कर रहे हैं.

मंत्रालय में योगदानरेलवे मंत्रालय: वैष्णव के नेतृत्व में भारतीय रेलवे ने आधुनिकीकरण की दिशा में कई बड़े कदम उठाए हैं. वंदे भारत ट्रेनों का विस्तार, स्टेशन पुनर्विकास, और रेलवे का 100% विद्युतीकरण (जो 2026 तक पूरा होने की संभावना है) उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं. हाल ही में, उन्होंने क्षेत्रीय व्यंजनों को ट्रेनों में शामिल करने और जम्मू-श्रीनगर रेल लिंक को पूरा करने जैसे कदमों की घोषणा की है.

सूचना और प्रसारण: इस मंत्रालय के तहत, उन्होंने डिजिटल मीडिया और समाचार प्रसारण को मजबूत करने पर जोर दिया है. भारत की सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए वे सभी भारतीय भाषाओं को सम्मान देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी: वैष्णव ने भारत को सेमीकंडक्टर और तकनीकी नवाचार का केंद्र बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. ‘मेड इन इंडिया’ चिप का शुभारंभ और हाइपरलूप प्रौद्योगिकी के विकास जैसे प्रोजेक्ट उनके विजन का हिस्सा हैं. साथ ही, भारत के पहले स्वदेशी लार्ज लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) को 2025 में लॉन्च करने की योजना भी उनकी प्राथमिकता में है.

व्यक्तिगत जीवनवैष्णव का विवाह सुनिता वैष्णव से हुआ है और उनके दो बच्चे हैं. वे एक सादगीपूर्ण जीवन जीते हैं और तकनीक व नवाचार के प्रति उनकी गहरी रुचि उनके कार्यों में स्पष्ट रूप से झलकती है.

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