भीषण गर्मी में यह संत कर रहे रोजाना 2 घंटे अग्नितप, जन कल्याण के लिए 41 दिन तक जारी रहेगी साधना

Last Updated:May 04, 2025, 13:41 IST
हर दिन दोपहर करीब 2 बजे तक यह बाबा उपलों की जलती आग के चारों ओर बैठकर ध्यान करते हैं. रोजाना इसकी तपस्या की शुरुआत शंखनाद के साथ होती है, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है.X
दोपहर में अग्नितप करते हुए संत
करौली जिले के हिंडौन सिटी के कैमला गांव में इन दिनों एक संत द्वारा किया जा रहा अग्नितप चर्चा का विषय बना हुआ है. यहां नागा संत बाबा प्रमोद गिरी महाराज 41 दिनों की अग्नि तपस्या कर रहे हैं. जहां एक ओर आम लोग भीषण गर्मी से बचने के लिए पंखे और कूलर का सहारा ले रहे हैं. वहीं बाबा जलते उपलों के बीच बैठकर दोपहर की तपती धूप में साधना कर रहे हैं.
हर दिन दोपहर करीब 2 बजे तक यह बाबा उपलों की जलती आग के चारों ओर बैठकर ध्यान करते हैं. रोजाना इसकी तपस्या की शुरुआत शंखनाद के साथ होती है, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार होता है. बाबा का कहना है कि यह तपस्या वे हर साल गर्मियों में समाज के कल्याण के लिए करते हैं. उनका मानना है कि इस कठिन साधना से सकारात्मक ऊर्जा फैलती है, जिससे जन-कल्याण होता है.
रोजाना 2 घंटे आग के बीच रहकर अग्नितपयह बाबा भीषण गर्मी के मौसम में ही नहीं सर्दी में भी एक तरह की विशेष साधना करते हैं. जिसमें ठंड के मौसम में वे सुबह-सुबह मिट्टी के कलशों में भरे ठंडे पानी से स्नान करते हैं.बाबा का कहना हैं कि यह भी एक प्रकार की तपस्या है, जो शरीर और मन दोनों को कठोर अनुशासन में बांधती है.इस अग्नि तपस्या के दौरान रोजाना उपलों की संख्या बढ़ाई भी जाती है. जिससे यह तप और भी कठिन हो जाता है.फिर भी यह बाबा बिना थके रोज इस कठिन साधना में लीन रहते हैं. इसकी इस कठोर तपस्या को देखने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु इन दिनों इनके तपस्या स्थल कैमला गांव में पहुंच रहे हैं. गांव के स्थानीय लोग भी इस साधना में सुबह-शाम प्रार्थना और पूजा के जरिए शामिल होते हैं.
Location :
Karauli,Rajasthan
homerajasthan
भीषण गर्मी में यह संत कर रहे रोजाना 2 घंटे अग्नितप, जन कल्याण के लिए साधना