बाड़मेर की एक ही परिवार की छठी सदस्य बनेगी साध्वी, साक्षी सिंघवी ने लेक्चरर बनने का संजोया था सपना, जानें इनके बारे में

Last Updated:February 13, 2025, 09:20 IST
बाड़मेर के कुशल वाटिका जैन तीर्थ में आने वाली 16 फरवरी को इतिहास रचने जा रहा है, क्योंकि पहली बार किसी जैन परिवार की छठी सदस्य संयम का रास्ता अपनाएगी. साक्षी सिंघवी ने बीएससी मैथेमेटिक्स से कर लेक्चरर बनने का स…और पढ़ेंX
मुमुक्षु साक्षी सिंघवी
हाइलाइट्स
साक्षी सिंघवी 16 फरवरी को संयम पथ अपनाएंगी.साक्षी अपने परिवार की छठी सदस्य हैं, जो बनेंगी साध्वी.साक्षी ने लेक्चरर बनने का सपना त्यागा.
बाड़मेर:- पढ़ाई के बाद कॉलेज की लेक्चरर बनने का सपना देखने वाली साक्षी सिंघवी, अब हाथों में कलम नहीं धर्म ध्वजा थामने जा रही हैं. आपको बता दें, कि भारत पाकिस्तान सीमा पर बसे बाड़मेर के कुशल वाटिका जैन तीर्थ में आने वाली 16 फरवरी को इतिहास रचने जा रहा है. साक्षी सिंघवी ने बीएससी मैथेमेटिक्स से कर लेक्चरर बनने का सपना संजोया था लेकिन सांसारिक जीवन छोड़कर 16 फरवरी को संयम का रास्ता अपनाएंगी. साक्षी अपने परिवार में छठी सदस्य हैं, जो कि जैन समाज के धर्म ध्वजा को फहराएंगी. करीब 4 साल के वैराग्य के बाद उन्हें दीक्षा का मुहर्त मिला है. बता दें, मुमुक्षु साक्षी सिंघवी को जिस वक्त रजोहरण मिलेगा वह पल बाड़मेर के जैन समाज के लिए सबसे खास होगा, क्योंकि यह पहली बार होगा जब किसी जैन परिवार की छठी सदस्य संयम का रास्ता अपनाएंगी.
साक्षी का परिवार है एक कदम आगेसाक्षी सिंघवी को संयम पथ अंगीकार करवाने वाले आचार्य भगवंत मणिप्रभसागर जी के खुद के परिवार में 5 सदस्य संयम पथ अंगीकार कर चुके हैं, लेकिन साक्षी का परिवार उनसे एक कदम आगे बढ़ने वाला है. मुमुक्षु साक्षी के दीक्षा का आयोजन शुरू हो चुका है और वह 16 फरवरी का बहुत बेसब्री से इंतजार कर रही हैं. साक्षी गुरूवर्या म. ड़ॉ विधुतप्रभा श्रीजी म.सा. की निश्रा में संयम पथ अंगीकार करेंगी. साक्षी मूल रुप से बाड़मेर जिले के चौहटन निवासी हैं और हाल ही में सांचौर में निवासरत हैं.
जैन समाज की धर्म ध्वजा को फहराएंगीसाक्षी सिंघवी ने बीएससी मैथेमेटिक्स से कर लेक्चरर बनने का सपना संजोया था लेकिन सांसारिक जीवन छोड़कर 16 फरवरी को संयम पथ अंगीकार करेंगी. साक्षी अपने परिवार में छठी सदस्य है जो कि जैन समाज की धर्म ध्वजा को फहराएंगी. करीब 4 साल के वैराग्य के बाद उन्हें दीक्षा का मुहूर्त मिला है. साक्षी ने 2 हजार किलोमीटर की यात्राएं की हैं. जिसमें गिरनार, नवाणु, छरी पालीताना,120 कल्याणक यात्रा भी शामिल है. साक्षी सिंघवी 16 फरवरी को कुशल वाटिका में दीक्षा लेंगी. इससे पहले इनके परिवार से पूज्य मुनिश्री समयप्रभसागर जी म., पूज्य मुनिश्री विरक्तप्रभसागर जी म., पूज्य मुनिश्री श्रेया सप्रभसागर जी म., पूज्य सा.श्री दीप्तिप्रज्ञाश्रीजी म., पूज्य सा. श्री आज्ञाजनाश्रीजी म. दीक्षा ले चुके हैं.
Location :
Barmer,Rajasthan
First Published :
February 13, 2025, 09:20 IST
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लेक्चरर का सपना छोड़, बाड़मेर की साक्षी बनेंगी साध्वी, जानें इनके बारे में