सलाम! राजस्थान की बेटी का US की यूनिवर्सिटी में चयन, 5 साल में 2.50 करोड़ मिलेगी स्कॉलरशिप, जानें सफलता की कहानी
करौली. राजस्थान के करौली जिले से आने वाली बेटी नंदिनी शर्मा ने हाल ही में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. नंदिनी का सलेक्शन अमेरिका की ‘यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको’ में हुआ है. वह अब अपनी पीएचडी की पढ़ाई ‘यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको’ पूरी करेंगी. हाल ही में नंदिनी का इस अमेरिका की टॉप यूनिवर्सिटी में फाइनल सिलेक्शन हुआ है. जैसे ही नंदिनी को इस फाइनल सिलेक्शन का नोटिफिकेशन प्राप्त हुआ उसी दिन से नंदिनी के परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई. शायद नंदिनी करौली की पहली ऐसी बेटी हैं जिन्हें विदेश में पीएचडी करने के लिए करोड़ों रुपए की स्कॉलरशिप का ऑफर हाथ लगा है.
नंदिनी ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि वह इस मुकाम को हासिल करने के लिए 2 साल से मेहनत कर रही है. 2 साल तक लगातार एप्लीकेशन करने के बाद उनका न्यू मैक्सिको स्टेट की यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू मैक्सिको में फाइनल सिलेक्शन हुआ है. नंदिनी ने बताया कि अमेरिका के अलावा उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई व शोध के लिए यूरोप और ऑस्ट्रेलिया की भी कई यूनिवर्सिटीयों में भी अप्लाई किया था लेकिन उनका फाइनल सिलेक्शन न्यू मैक्सिको यूनिवर्सिटी में स्कॉलर के आधार पर हुआ है.
5 साल में 2.50 करोड़ के आसपास मिलेगी स्कॉलरशिपनंदिनी ने लोकल 18 से खास बातचीत में कहा कि यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको, मैक्सिको स्टेट की फर्स्ट नंबर की यूनिवर्सिटी है. जिसमें वह फिश इम्यूनोलॉजी सब्जेक्ट पर पीएचडी करेंगी. यह डिपार्टमेंट ऑफ बायोलॉजी का एक सब्जेक्ट है. नंदिनी का कहना है कि यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको रिसर्च के मामले में अमेरिका की नामी यूनिवर्सिटी है और खासकर बायोलॉजी की रिसर्च में इस यूनिवर्सिटी का अमेरिका में बड़ा नाम है. नंदिनी का यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको में स्कॉलर के आधार पर फाइनल सिलेक्शन हुआ है. उन्हें अपनी सब्जेक्ट में अनुसंधान करने के लिए हर साल यूनिवर्सिटी द्वारा 50 लाख रुपए दिए जाएंगे जो पूरे 5 साल में कुल 2.50 करोड़ के आसपास है.
इस प्रक्रिया से हुआ न्यू मैक्सिको यूनिवर्सिटी में सिलेक्शननंदिनी ने बताया कि शुरू में इस यूनिवर्सिटी में पीएचडी के लिए सबसे पहले एप्लीकेशन प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. उन्होंने बताया कि आसान प्रक्रिया यह है कि अगर कोई इस यूनिवर्सिटी से बायोलॉजी के सब्जेक्ट में रिसर्च करना चाहें तो सबसे पहले आप इस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर से जुड़ना होगा. इसके बाद आपको प्रोफेसर की प्रोफाइल सर्च करनी होगी. ऐसे में प्रोफाइल सर्च के दौरान अगर आपको लगता है कि इस प्रोफेसर का रिसर्च एरिया और आपका रिसर्च एरिया से मिलता-जुलता है तो आप प्रोफेसर से डायरेक्ट मेल के जरिए कांटेक्ट कर सकते हैं. इसके बाद प्रोफेसर से फाइनली इंटरव्यू होने के बाद अगर आपकी प्रोफ़ाइल उन्हें पसंद आती है तो आगे की सभी प्रक्रियाएं आप कर सकते हैं.
दिल्ली एम्स में मिली रिसर्च की प्रेरणानंदिनी ने बताया कि उनकी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई करौली से हुई है. उन्होंने अपनी मास्टर की पढ़ाई भुवनेश्वर की कलिंगा यूनिवर्सिटी से बायोटेक सब्जेक्ट में पूरी की है. नंदिनी इससे पहले दिल्ली एम्स में भी 1 साल तक अपनी रिसर्च वर्क कर चुकी हैं और यहीं से उन्हें रिसर्च में आगे-जाने की प्रेरणा मिली है. नंदिनी का प्रोफेसर बनने का सपना है. अमेरिका की न्यू मैक्सिको यूनिवर्सिटी में उनकी जॉइनिंग डेट 13 जनवरी है.
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FIRST PUBLISHED : December 19, 2024, 13:48 IST