Sambhar Lake: कुलदेवी के श्राप से सोना और चांदी का नगर नमक के मैदान में बदला, जानिए सांभर झील से जुड़ी ये रोचक कहानी

Last Updated:March 25, 2025, 13:30 IST
Sambhar Lake: सांभर झील को विदेशी पक्षियों की शरण स्थली भी कहा जाता है. यहां, पूरी साल विदेशी पक्षियों का जमावड़ा लगा रहता है. पक्षी प्रेमियों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है.इस झील के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों…और पढ़ेंX
सांभर झील पर्यटन का मुख्य केंद्र
राजधानी जयपुर से 65 किलोमीटर दूर सांभर झील को पर्यटन और नमक उत्पादन के जाना जाता है. बहुत बड़े भू भाग में फैली इस जगह पर अक्सर देसी और विदेशी पर्यटक देखे जा सकते हैं. सांभर झील को विदेशी पक्षियों की शरण स्थली भी कहा जाता है. यहां, पूरी साल विदेशी पक्षियों का जमावड़ा लगा रहता है. पक्षी प्रेमियों के लिए भी एक बेहतरीन जगह है.
इस झील के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में एक अनोखी किंवदंती फैली हुई है. यहां के लोगों के अनुसार, शाकंभरी माता के श्राप से सांभर झील का निर्माण हुआ है. यहां जाने पर ऐसा लगता भी है. यहां एक तरफ नमक का खारा समुद्र पसरा पड़ा है वहीं दूसरी तरफ सड़क के 50 मी की दूरी पर देवयानी सरोवर में मीठा पानी है. यहां के मीठे पानी में कमल के फूल भी मिलते हैं. यहां घूमने आने वाले पर्यटक इसको देखकर हैरान हो जाते हैं.
सांभर झील को लेकर ये किंवदंती सांभर झील का उल्लेख ‘महाभारत’ में भी मिलता है. देवयानी तीर्थ सरोवर के मुख्य पुजारी हरिप्रसाद शर्मा ने बताया कि शाकंभरी माता सांभर क्षेत्र की कुलदेवी है. यहां पर शाकंभरी माता का भी मंदिर था, जिनकी पूजा अर्चना होती है. किंवदंती के अनुसार एक बार नगर के लोगों की भक्ति भाव से प्रसन्न होकर शाकंभरी माता ने सांभर के अधिकांश क्षेत्र को सोना चांदी में परिवर्तित कर दिया. ऐसे में जब जो क्षेत्र सोना और चांदी में नहीं बदला तो वे उस जगह पर जाकर लूट करने लग गए. सांभर क्षेत्र के लोग सोना चांदी के लिए आपस में लड़ने लगे गए. ऐसे होने पर नगर के लोगो ने माता से अपना वरदान वापस लेने की पेशकश की तो उन्होंने अपने वरदान को वापस ले लिया और अभिशाप दे दिया कि सोना चांदी में परिवर्तित की गई संपूर्ण जगह नमक झील में परिवर्तित हो जाएगी. लोकमान्यताओं के अनुसार तभी से सांभर सांभर झील ऐसे ही है.
सांभर झील पर्यटन का मुख्य केंद्रसांभर झील नमकीन पानी/नमक के उत्पादन के लिए जानी जाती है और यहाँ देश की सबसे बड़ी नमक निर्माण इकाइयों में से एक है. इस इकाई के अलावा, पर्यटक प्रसिद्ध ‘शाकम्बरी देवी’ मंदिर की झलक पाने और पक्षियों को देखने के लिए भी सांभर झील में आते हैं. सांभर झील में फ्लेमिंगो, पेलिकन और जलपक्षी आम तौर पर देखे जाते हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 25, 2025, 13:30 IST
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कुलदेवी के श्राप से सोना और चांदी का नगर नमक के मैदान में बदला, जानें वजह