स्कूल में देखा सपना, आज बनी फैक्ट्री की मालकिन, यह महिला ने NGO खोल कमा रही 10 लाख तक मुनाफा

Last Updated:March 02, 2025, 16:46 IST
बबीता, झुंझुनूं के वारिसपुरा गांव की निवासी, सखी इंटरप्राइजेज फैक्ट्री चला रही हैं, जिसमें इंटरलॉक, ब्लॉक आदि बनते हैं. उन्होंने 2020 में एनजीओ शुरू किया और कोरोना के दौरान मदद की.X
महिला उद्यमी ने बनाई इंटरलॉक, ब्लॉक की फैक्ट्री, एनजीओ चला कर की शुरुआत, आज दस ल
हाइलाइट्स
बबीता ने सखी इंटरप्राइजेज फैक्ट्री शुरू की.फैक्ट्री में इंटरलॉक, ब्लॉक, सीमेंट की दीवारें बनती हैं.सालाना 10 लाख रुपए तक का प्रॉफिट कमा रही हैं.
रविन्द्र कुमार/झुंझुनूं. झुंझुनूं के पास के गांव वारिसपुरा की रहने वाली बबीता आज आसपास की महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं. बबीता अपने गांव में सखी इंटरप्राइजेज के नाम से एक फैक्ट्री चला रही हैं, जिसमें इंटरलॉक, ब्लॉक, सीमेंट की दीवार, रंगीन इंटरलॉक, सीमेंट की कुर्सियां और तब्बू जैसी चीजें बनाई जाती हैं. ये काम आमतौर पर पुरुषों की ओर से किया जाता है, लेकिन बबीता ने अपने हौसले, हिम्मत और अपने पापा के सहयोग से इस फैक्ट्री का संचालन कर रही हैं.
2020 में की एनजीओ की शुरुआतबबीता ने बताया कि जब वह आठवीं क्लास में थीं, तब उनकी स्कूल में एक एनजीओ के कुछ लोग आए थे. तभी उन्होंने तय किया था कि वह भी एक दिन अपना एनजीओ खोलेंगी. आज वह खुद का एनजीओ चला रही हैं, जिसकी शुरुआत उन्होंने 2020 में की थी. कोरोना के दौरान उन्होंने कई लोगों की मदद की और मेडिकल, पुलिस स्टाफ को मास्क बांटे. उनके एनजीओ ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को कपड़े के थैले और मास्क बनाने का काम भी दिया. इसी दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा से मदद मिलने के बाद उन्होंने सखी इंटरप्राइजेज शुरू किया, जिसमें उनके पिता का सबसे ज्यादा सहयोग मिला.
ऐसे की सफर की शुरूआतबबीता ने बताया कि फैक्ट्री शुरू करने के लिए उन्होंने जिले की कई बड़ी फैक्ट्रियों का दौरा किया और देखा कि इंटरलॉक टाइल्स कैसे तैयार किए जाते हैं. इसके बाद उन्हें लेबर की जरूरत पड़ी, तब नेपाल सिंह नामक व्यक्ति ने उनकी काफी मदद की. नेपाल सिंह पिछले 4 साल से उनके साथ काम कर रहे हैं. सखी इंटरप्राइजेज ने अब तक जिले में कई बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए हैं, जिनमें झुंझुनूं रेलवे स्टेशन पर टाइल्स लगाना शामिल है. बंधे के बालाजी और अन्य कई जगहों पर भी उन्होंने अपने टाइल्स लगाए हैं. बिल्डिंग मटेरियल के काम में बबीता आज लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं. उनकी फैक्ट्री में 5 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं और सालाना लगभग 10 लाख रुपए तक कमा लेते हैं.
Location :
Jhunjhunu,Rajasthan
First Published :
March 02, 2025, 16:46 IST
homerajasthan
इंटरलॉक ब्लॉक फैक्ट्री और एनजीओ से बदली किस्मत, इतना कमा रही यह महिला