Sarvagya Bharill Completes 10 Years In Direct Selling Business – डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में सर्वज्ञ भारिल्ल ने पूरे किए 10 वर्ष

— वॉरिक बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट की करी है पढाई

जयपुर. बचपन से एंटरप्रेन्योरशिप में रुचि रखने वाले सर्वज्ञ भारिल्ल ने डायरेक्ट सेलिंग व्यवसाय में हाल ही में 10 साल पूर्ण किए। दुनिया की टॉप बिजनेस स्कूल में गिना जाने वाला इंगलेंड स्थित वॉरिक बिजनेस स्कूल से मैनजमेंट की पढ़ाई करने के बाद उन्होंने डाइरेक्ट सेलिंग व्यवसाय को चुना और इसी में दिन और रात मेहनत की। डायरेक्ट सेलिंग व्यवसाय लोगों को उद्यमिता के लिए प्रेरित करता है, यह व्यवसाय मैन्युफ़ैक्चरर से सीधा कंजयूमर तक अपने उत्पाद पहुंचाकर मिडलमेन की आवश्यकता को ख़त्म करता है और मिडलमेन जैसे एजेंट, डिस्ट्रिब्युटर, रीटेलर और अन्य जगह पर बंटने वाले पैसे का फ़ायदा कंजयूमर को ही दिलाता है।
सर्वज्ञ ने कहा की मात्र 10 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर बच्चों का क्लब खोल लिया था, जिसमें वह उन्हें खेलने के लिए जगह देते थे और उसका मेम्बर्शिप चार्ज लेते थे, मेम्बर्शिप लेने वालों को जगह के साथ खेलने के लिए साथी भी मिल जाते थे। इतनी कम उम्र में सर्वज्ञ ने कमाई का स्त्रोत शुरू कर लिया था। हमेशा सफलता ही मिली ऐसा नही हुआ, अपने कॉलेज के दिनों में उन्होंने पब्लिशिंग हाउस भी खोला जिसमें कई विदेशी लेखकों की पुस्तकों को उन्होंने भारत में स्थानीय भाषा में पब्लिश करने का सोचा, इसके लिए वे कई दिन अपने शहर से दूर दिल्ली में रहते थे ताकि पुस्तकों का डिस्ट्रिब्यूशन हो सकें। पर डेढ़ साल बाद ही इस व्यापार में नुक़सान उठाकर कम्पनी बंद कर दी।
भारिल्ल ने कहा की व्यवसाय करने की प्रेरणा उन्हें अपने पिता से मिली है, उनके पिता ने कभी नौकरी करने का नही सोचा। उन्होंने हमेशा कहा कि आंत्रेप्रेनेर बनो और आंत्रेप्रेनेर बनाओ। डाइरेक्ट सेलिंग व्यापार भी यही सिखाता है जिसमें हर एक व्यक्ति आंत्रेप्रेनेर बनने का ख़्वाब देख सकता है।