Shab-E-Qadr 2025: शब-ए-कद्र की रात क्या होती है? इस रात धरती पर बरसता है नूर, गुनाहों की होती है बख्शिश

Last Updated:March 27, 2025, 11:23 IST
रमजान के आखिरी 10 रातों में से 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं, 29वीं रातों को शब-ए-कद्र कहा जाता है. इस रातों को रोजेदार कुरान पाक की तिलावत करते हैं. इसके साथ ही अल्लाह की इबादत करने के साथ अपने गुनाहों की तौबा कर…और पढ़ेंX
शब-ए-कद्र की रात इबादत करते हुए
हाइलाइट्स
शब-ए-कद्र रमजान की आखिरी 10 रातों में से एक होती है.इस रात को अल्लाह की इबादत और गुनाहों की तौबा की जाती है.शब-ए-कद्र को ‘मुकद्दर की रात’ या ‘भाग्य की रात’ भी कहा जाता है.
बाड़मेर. रमजान के पवित्र महीने में मुसलमानों के लिए सबसे खास रातों में से एक शब-ए-कद्र की रात होती है. यह अल्लाह की रहमत और बरकत की रात मानी जाती है. मुस्लिम मान्यताओं के मुताबिक, इस रात में अल्लाह की इबादत करने के साथ अपने गुनाहों की तौबा करते हैं और माना जाता है कि उनकी गुनाह माफ कर दिए जाते हैं. रमजान के आखिरी 10 रातों में से 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं, 29वीं रातों को शब-ए-कद्र कहा जाता है.
शब-ए-कद्र को अरबी भाषा में लैलतुल कद्र भी कहा जाता है. इस्लाम धर्म में रमजान के महीने की एक खास रात है. इसे ‘मुकद्दर की रात’ या ‘भाग्य की रात’ भी कहा जाता है. यह माना जाता है कि शब-ए-कद्र हजारों महीनों से बेहतर है. मुस्लिम समुदाय की मान्यता के मुताबिक कुरान की आयतें पहली बार दुनिया में जिब्रील फरिश्ते के जरिए पैगंबर मुहम्मद पर उतारी गई थी. शब-ए-कद्र को अंग्रेजी में नाइट ऑफ डिक्री, नाइट ऑफ पावर और नाइट ऑफ वैल्यू भी कहा जाता है. शब-ए-कद्र की रात रमजान के अंतिम 10 दिनों में कोई भी रात हो सकती है.
शब-ए-कद्र की फजीलतजामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना लाल मोहम्मद सिद्दीकी व अल्लामा हाफिज खुर्शीद अजहरी व मौलाना मुख्तार अशफाकी ने शब-ए-कद्र व खत्मे कुरान पर बेहतरीन तकरीर पेश की, जो सुबह 3 बजे चली और फिर कमेटी की जानिब से सेहरी करवाई गई और दुआ की गई है. रमजान के आखिरी 10 रातों में से 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं, 29वीं रातों को शब-ए-कद्र कहा जाता है. इस रातों को रोजेदार कुरान पाक की तिलावत करते हैं. इसके साथ ही अल्लाह की इबादत करने के साथ अपने गुनाहों की तौबा करते हैं. बाड़मेर शहर के इंद्रा कॉलोनी स्थित आयशा मस्जिद के पेश इमाम मुनव्वर अली कादरी के मुताबिक बाड़मेर में इस बार 25वीं रात को शब-ए-कद्र की रात मनाई गई है.
Location :
Barmer,Barmer,Rajasthan
First Published :
March 27, 2025, 11:14 IST
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Shab-E-Qadr 2025: शब-ए-कद्र की रात क्या होती है? इस रात धरती पर बरसता है नूर