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Shankhpushpi Benefits: आयुर्वेद में दुर्लभ हर्ब्स शंखपुष्पी के फायदे

Shankhpushpi Benefits: आयुर्वेद में एक से बढ़कर एक दुर्लभ हर्ब्स के बारे में बताया गया है. इन्हीं में से एक शंखपुष्पी. इसे मॉर्निंग ग्लोरी भी कहा जाता है.यह एक आयुर्वेदिक औषधीय पौधा है जो मुख्य रूप से दिमाग और तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है. इसमें मेमोरी बढ़ाने वाला गुण होता है. लेकिन यह शरीर में ताकत भी भरपूर देता है. साथ ही या एंग्जाइटी, डिप्रेशन की समस्याओं का भी अंत कर सकता है. यह बच्चों में एकाग्रता लाने और बड़ों में भूलने की समस्या को कम करने में सहायक है. शंखपुष्पी का नियमित सेवन अनिद्रा, थकान और सिरदर्द जैसी समस्याओं में भी राहत देता है.शंखपुष्पी स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद है.

शंखपुष्पी के फायदे

1. मेमोरी पावर-शंखपुष्पी का सबसे बड़ा फायदा दिमाग को मिलता है. एनसीबीआई जर्नल की रिपोर्ट में भी शंखपुष्पी में मौजूद मेडिसीनल गुणों के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक शंखपुष्पी में फ्लेवेनोएड् और प्लांट कंपाउड जैसे एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो सेंट्रल नर्वस सिस्टम को सक्रिय करते हैं. इससे बच्चों में एकाग्रता बढ़ती है. वहीं यह मेमोरी पावर बढ़ाने के लिए भी काम करता है. शंखपुष्पी में एंटी डिप्रेसिव और एंटी-एंग्जाइटी गुण होता है.इसका मतलब यह है कि शंखपुष्पी दिमाग में केमिकल न्यूरोट्रांसमीटर को बैलेंस करता है जिससे डोपामाइन और सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ जाता है जिससे सुकून महसूस होती है. वहीं यह कॉर्टिसोल हार्मोन को कम करने में मदद करता है जिससे तनाव कम होता है.

2. ताकत का खजाना-शंखपुष्पी ताकत का खजाना भी होता है.इसके सेवन से शरीर में नेचुरल तरीके से एनर्जी बढ़ती है. वास्तव में इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और न्यूरोप्रोटेक्टिव गुण मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं. इससे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह बेहतर होता है. न्यूरोट्रांसमीटर के सक्रिय होने से यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ाता है जिसके कारण शरीर में थकान का अनुभव नहीं होता है और व्यक्ति खुद को बहुत ज्यादा फुर्तिला महसूस करने लगता है. इससे आलस्य और मानसिक बोझ कम होकर शरीर में नई ऊर्जा का संचार होता है.

3. हार्ट के लिए फायदेमंद-रिपोर्ट के मुताबिक शंखपुष्पी हार्ट के लिए भी बहुत फायदेमंद है. शंखपुष्पी के सेवन से ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है. इससे हाई ब्लड प्रेशर भी कम हो जाता है जिससे हार्ट संबंधी कई तरह के जोखिम भी कम हो जाता है. शंखपुष्पी में एथेनोलिक एसिड पाया जाता है जो फैटी एसिड को कम करता है. फैटी एसिड के कारण कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है. यही कारण है कि यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक, हार्ट ब्लॉकेज जैसी परेशानी को बढ़ा सकता है.

4. स्किन में ग्लोनेस– शंखपुष्पी का सेवन स्किन में निखार ला सकता है. इसलिए इसे सुंदरता बढ़ाने वाला टॉनिक भी माना गया है. शंखपुष्पी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स स्किन से फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं. फ्री रेडिकल्स के कारण स्किन की कोशिकाओं में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है जिससे कोशिकाएं समय से पहले बूढ़ी होने लगती है. शंखपुष्पी के सेवन से ऐसा कम हो पाता है जिससे चेहरे पर निखार आता है. यह स्किन संबंधी कई तरह की परेशानियों को कम कर सकती है.

5. महिलाओं के लिए फायदेमंद-शंखपुष्पी महिलाओं के लिए भी टॉनिक का काम करता है. शंखपुष्पी के सेवन से पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग नहीं होती. पीरियड्स रेगुलर होता है. शंखपुष्पी का सेवन गर्भाशय की दीवार को मजबूत करता है जिससे मिसकैरिज का जोखिम कम होता है. यही कारण है कि प्रेग्नेंट महिलाओं को शंखपुष्पी को दूध में मिलाकर पीने की सलाह दी जाती है. शंखपुष्पी केमिस्ट की दुकान में सिरप, पाउडर और टैबलेट के रूप में मिलती है लेकिन इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से अवश्य सलाह लेनी चाहिए.

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