एलआईसी की नौकरी छोड़ जैविक खेती से 50 लाख कमाने वाले श्याम सुंदर शर्मा

Last Updated:April 15, 2025, 14:56 IST
दौसा के श्याम सुंदर शर्मा ने एलआईसी की नौकरी छोड़कर 20 बीघा जमीन पर पॉलीहाउस में जैविक खेती शुरू की. अब वे 28 तरह की फसलें उगाकर सालाना 50 लाख का टर्नओवर कर रहे हैं.X
किसान श्यामसुंदर शर्मा
हाइलाइट्स
श्याम सुंदर शर्मा ने एलआईसी की नौकरी छोड़ जैविक खेती शुरू की.वे 28 तरह की फसलें उगाकर सालाना 50 लाख कमा रहे हैं.कृषि विभाग उनके फार्म पर किसानों को ट्रेनिंग दिलवाता है.
दौसा. दौसा के एक युवा ने एलआईसी की नौकरी छोड़कर खेती में हाथ आजमाया. उन्होंने आधुनिक तरीके से जैविक खेती की और अलग-अलग फसलें, फल-सब्जियां उगा कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. उनका सालाना 50 लाख का टर्नओवर है. लालसोट के डीडवाना कस्बे के रहने वाले श्याम सुंदर शर्मा जीवन बीमा निगम में नौकरी कर रहे थे लेकिन किसान परिवार से जुड़े होने कारण बचपन से ही खेती में कुछ अलग करने की चाह थी और वह लगातार खेती को लेकर कार्य भी करते थे.
ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़कर अलग से 20 बीघा जमीन खरीदी और उस पर पॉलीहाउस लगाकर ऑर्गेनिक खेती करना शुरू किया. इसका अच्छा परिणाम मिला और खेती चल निकली. अलग-अलग मंच पर उन्हें इस नए काम के लिए सम्मानित किया गया. कृषि विभाग के अधिकारी उनके फार्म पर किसानों को लाते हैं और ट्रेनिंग दिलवाते हैं.
नौकरी छोड़ खेती करने लगा किसानकिसान श्याम सुंदर ने बताया कि मुझे सरकारी नौकरी में 60 हजार रुपए प्रतिमाह सैलरी मिल रही थी. लेकिन मैं किसान बनकर खुश हूं. बीते 8 साल से मैं खेती कर रहा हूं और अब 28 तरह की फसलें ऑर्गेनिक तरीके से उगा रहा हूं. साल 2018 में मैंने खेती के लिए नजदीकी गांव खटवा (दौसा) में 60 लाख रुपए में खेती के लिए जमीन खरीदी और कृषि विभाग के अधिकारियों से जानकारी जुटाकर खेत में पॉलीहाउस लगाया. वर्तमान में पॉलीहाउस में खीरा की उपज ले रहा हूं.
यह फसल भी करते हैं तैयार इसके अलावा सीजन में गेहूं, ज्यों, चना, मक्का, टमाटर, बैंगन, गोभी, खीरा, पपीता और मिर्च के साथ-साथ कई तरह के फल, सब्जियों की प्रोडक्शन कर रहा हूं. मेरे पिता रेवडमल शर्मा किसान हैं. लालसोट के डीडवाना में पिता परंपरागत खेती करते रहे हैं. मैं पढ़ाई में ठीक था. लेबर लॉ में डिप्लोमा के 2 साल बाद 2010 में LIC में विकास अधिकारी के तौर पर मेरी नौकरी लग गई. यह नौकरी मैंने 8 साल की और 2018 में जॉब छोड़कर खेती के क्षेत्र से जुड़ गया.
श्यामसुंदर शर्मा बताते हैं कि 20 बीघा का जमीन से वह 27 से 28 तरह की फसल को तैयार करते हैं जिसमें लौकी टिंडा करेला टमाटर खीर और गेहूं चना जो मक्का बाजार सहित अनेक प्रकार की फसल तैयार करता हूं. फलों में नींबू आम करेला पपीता की फसल भी तैयार करता हूं. यह कार्य करते हुए 8 से 10 साल हो गए हैं और यह कार्य करने से खुशी का अनुभव होता है जब मैं राजस्व सेवा में था तब मुझे इतना अच्छा महसूस नहीं होता था जितना अब मैं खेती का कार्य कर खुश हूं.
इस कार्य से कई लोगों को जोड़ पाया हूंमैं कृषि कार्य करके बहुत खुश हूं. मैंने इस कार्य में और भी बहुत से लोगों को जोड़ा है क्योंकि मैं चाहता हू्ं कि समाज की दशा और दिशा सुधरे. कृषि कार्य किस तरह का कार्य है? इसे हम बड़े पैमाने पर फैलाकर कर सकते हैं. हमारे देश की 50% आबादी खेती पर ही आधारित है. कृषि विभाग के द्वारा भी मुझे बहुत सहयोग मिला है.
Location :
Dausa,Dausa,Rajasthan
First Published :
April 15, 2025, 14:56 IST
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LIC की नौकरी छोड़, खेती में आज़माया ये तरीका, अब सालाना 50 लाख की कर रहा कमाई