सीकर: पिता ने जुड़वा बेटियों की हत्या की, पुलिस ने निकाला जुलूस.

सीकर : नीमकाथाना की सड़कों पर आज दिल दहला देने वाला दृश्य देखने को मिला. पुलिस की गिरफ्त में अपराधी नहीं, बल्कि एक पिता था, जिसने अपनी ही पांच माह की दो जुड़वा बेटियों को निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया. अशोक कुमार यादव, जिसने खुद को ‘कंस’ कहकर फांसी की मांग की, उसका भरे बाजार में जुलूस निकाला गया.
जब एक पिता बना ‘कंस’महज दो दिन पहले, जहां किसी घर में किलकारियां गूंजनी चाहिए थीं, वहां मातम पसरा था. पांच महीने की दो मासूम बच्चियां, जिन्हें प्यार और दुलार मिलना चाहिए था, उन्हीं के पिता ने जमीन पर पटक-पटक कर मार डाला. यही नहीं, अपनी हैवानियत को छिपाने के लिए उसने दोनों मासूमों को घर से थोड़ी दूर श्मशान भूमि में दफना दिया.
लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था. पुलिस को जैसे ही इस अमानवीय कृत्य की भनक लगी, आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. बच्चियों के शव बरामद कर पोस्टमार्टम कराया गया और फिर आरोपी को पीसी रिमांड पर लिया गया.
पुलिस की गिरफ्त में गुनहगार पिता, भीड़ में उमड़ा गुस्साआज जब पुलिस ने शहर की सड़कों पर आरोपी अशोक यादव का जुलूस निकाला, तो हर आंख में गुस्सा था, हर चेहरे पर तिरस्कार. खेतड़ी मोड़ तक पैदल घुमाए जाने के दौरान आरोपी लड़खड़ाते कदमों से चलते हुए चिल्ला रहा था- ‘मैं कंस पिता हूं, मुझे फांसी दे दो… मैं हत्यारा हूं!’
उसकी इन बातों ने भीड़ का आक्रोश और बढ़ा दिया. लोग उसे घूर रहे थे, कुछ ने उसे कड़ी सजा देने की मांग की, तो कुछ की आंखों में उन मासूम बच्चियों के लिए बेबसी झलक रही थी, जिनकी दुनिया उजड़ने से पहले ही खत्म कर दी गई.
मां की ममता, बहन का दर्दअशोक यादव की दो बेटियों की मौत से पूरा शहर स्तब्ध है, लेकिन इस त्रासदी के बीच उसकी एक और 5 वर्षीय बेटी बच गई. क्या वह कभी अपने पिता को माफ कर पाएगी? क्या उसकी मां अपनी मासूम बच्चियों को खोने का दर्द भुला पाएगी? यह सवाल हर किसी के मन में गूंज रहे हैं.
नीमकाथाना कोतवाली थानाधिकारी सुनीता बॉयल ने बताया कि आरोपी ने खुद अपना अपराध कबूल कर लिया है. पुलिस अब इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और हर पहलू को खंगाल रही है.
सीकर ही नहीं, पूरे प्रदेश में इस घटना ने आक्रोश भर दिया है. हर कोई यही कह रहा है ‘जो अपनी ही बच्चियों का हत्यारा बन गया, उसे समाज में रहने का हक नहीं!’