Sikar News : किसान सरसों की इन किस्मों का करें उपयोग, मुनाफे की पूरी गारंटी, पाइप लाइन के लिए इस तरह लें अनुदान
सीकर. किसानों को अब खेत में सरसों की फसल के लिए तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. इसके लिए उन्हें गुणवत्तापूर्ण बीजों की व्यवस्था करनी चाहिए. खेत की मिट्टी की किस्म, सिंचाई के पानी की उपलब्धता और बुवाई के समय के आधार पर अच्छे किस्मों के बीजों का चयन करने से अच्छा उत्पादन मिलता है. इसके अलावा किस्मों की औसत उपज, तेल अंश, परिपक्वता सहित अच्छे उत्पादन के लिए उन्नत तकनीकों को अपनाना आवश्यक है.
अगेती बुवाई के लिए सरसों की उपयुक्त किस्मेंकिसान अच्छे उत्पादन के लिए अभी से अपने खेत में सरसों की बिजाई शुरू कर सकते हैं. इसके लिए पीएम-25, पीएम-27, पीएम- 28, पूसा तारक, पीआर 2006-1 और सिंचित समय से बुवाई के लिए गिर्राज, आरएच- 1975, आरएच-749, एनआरसीडीआर-2, आरजीएन-73 और संकर सरसों में एनआरसीएचबी-506 उपयुक्त किस्में हैं.
इसके अलावा बारानी/असिंचित क्षेत्र के लिए डीआरएमआर-1165-40, आरएच-1424, आरएच-725, आरएच-761, आरएच-406, आरजीएन-298 उपयुक्त किस्में हैं। देर से बुवाई के लिए बृजराज, राधिका, बीपीएम-11, एनआरसीएचबी 101, आरजीएन-236, आरवीएम-2, पीएम-261 और लवणीय क्षारीय भूमि के लिए सीएस-58, सीएस-601किस्में उपयुक्त रहेगी. इन किस्म के बीजों का उपयोग करके किस अच्छा उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं.
पाइप लाइन के लिए अनुदान इस तरह लेंट्यूबवेल या कुएं से खेत तक बिना छीजत के पानी पहुंचाने के लिए आप सिंचाई पाइप लाइन डाल सकते हैं. इसके लिए कृषि विभाग द्वारा अनुदान दिया जाता है. यह अनुदान लघु एवं सीमान्त कृषकों को इकाई लागत का 60 प्रतिशत या अधिकतम 18000 रुपए (जो भी कम हो) तथा अन्य कृषकों को इकाई लागत का 50 प्रतिशत या अधिकतम 15000 रुपए (जो भी कम हो) देय है.
इसके लिए किसान के नाम पर कृषि योग्य भूमि का स्वामित्व तथा कुएं पर विद्युत/डीजल/टैक्टर चलित पम्प सेट होना चाहिए. कुएं पर यदि सभी हिस्सेदार अलग-अलग पाइप लाइन पर अनुदान की मांग करते हैं तो अलग-अलग अनुदान देय होगा. परन्तु भूमि का स्वामित्व अलग-अलग होना आवश्यक है. जल स्त्रोत होने की स्थिति में सभी साझेदार कृषकों को स्त्रोत से एक ही पाइप लाइन दूर तक ले जानें में सभी कृषकों को अलग-अलग अनुदान देय होगा.
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FIRST PUBLISHED : October 8, 2024, 14:12 IST