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सीकर का रानी सती माता मंदिर – नारी शक्ति और चमत्कार का केंद्र, रोज़ हजारों श्रद्धालु करते हैं भक्ति और आरती

Last Updated:October 13, 2025, 19:32 IST

Sikar News Hindi : सीकर का रानी सती माता मंदिर राजस्थान की आस्था और शक्ति का प्रतीक है. यह मंदिर न केवल भव्य स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि रानी सती माता की चमत्कारिक कथा और उनकी सतीत्व, नारी शक्ति व भक्ति की मिसाल आज भी श्रद्धालुओं को प्रेरित करती है. यहां रोजाना आरती और भजन से वातावरण पवित्र और भक्तिमय बनता है.

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सीकर : राजस्थान की धरती पर आस्था और इतिहास का गहरा संबंध रहा है. यहां की हर धूल के कण में भक्ति, परंपरा और शक्ति की गूंज सुनाई देती है. इन्हीं में से एक अद्भुत चमत्कारिक स्थल है सीकर का रानी सती माता मंदिर, जो आज भी श्रद्धा और सतित्व की अनोखी मिसाल के रूप में जाना जाता है. यह मंदिर न केवल भव्य स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसके पीछे जुड़ी रानी सती माता की कथा आज भी लोगों के हृदय को छू जाती है.

सीकर स्थित रानी सती माता मंदिर को स्थापित हुए लगभग 150 साल से भी अधिक हो चुके हैं. इसका मुख्य धाम झुंझुनू जिले में है जिसकी स्थापना करीब 400 साल पहले हुई थी. दोनों मंदिरों का संबंध गहरा है और दोनों ही राजस्थान की आस्था के प्रतीक हैं. मंदिर का बाहरी स्वरूप महल के जैसा दिखाई देता है. इसमें सफेद संगमरमर की चमक का नक्काशीदार दरवाजे, सुनहरी छते और सुंदर गुंबद इस मंदिर को और भी आकर्षक बनाते हैं. सीकर के इस मंदिर में रोज सुबह और शाम आरती के समय घंटो और शंख की ध्वनि वातावरण को पवित्र बना देती है. नवरात्रि, भादवा की अमावस्या और सावन के महीने में यहां हजारों की संख्या में भक्त एकत्रित होते हैं. मंदिर की महिमा के कारण इस मंदिर की रोड का नाम भी रानी सती रोड रखा गया है.

रानी सती माता की चमत्कारिक कथामंदिर पुजारी के अनुसार, रानी सती माता का असली नाम नारायणी देवी था. वह देवकीनंदन सिंहल की पुत्री थी और उनका विवाह आबूगढ़ के तंदन से हुआ था. कहा जाता है कि पिछले जन्म में वह अर्जुन के पुत्र अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा थी. महाभारत युद्ध में जब अभिमन्यु वीरगति को प्राप्त हुए तो उत्तरा सती होने के लिए तैयार हो गई, लेकिन भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें रोका और आशीर्वाद दिया है ” हे उतरा, अगले जन्म में तुम्हें अपने पति के साथ शक्ति होने का अवसर प्राप्त होगा और तुम्हारी भक्ति को संसार याद रखेगा”. कहां जाता है कि अगले जन्म में नारायणी देवी के पति तंदन के पास एक कीमती घोड़ा था जिसे राजा के बेटे को देने से उन्होंने इनकार कर दिया था. राजा का बेटा घोड़े को हासिल करने के लिए तंदन को द्वंद युद्ध के लिए चुनौती देता है, तंदन बहादुरी से लड़ाई लड़ता है और राजा के बेटे को मार डालता है क्रोधित राजा इस प्रकार युद्ध में नारायणी के सामने तंदन को मार देता है. नारी वीरता और शक्ति का प्रतीक नारायणी राजा से लड़ती है और उसे मार देती है और फिर वह कहती है कि वह अपने पति के साथ-साथ सती हो जाएगी. सती होने के बाद रानी नारायणी देवी सती माता का रूप धारण कर लेती है. तभी से रानी सती माता को दुर्गा का अवतार माना जाता है.

सीकर का मंदिर और मान्यताएंसीकर का यह मंदिर रानी सती धाम झुंझुनू की एक शाखा माना जाता है. यहा माता की पूजा शक्ति और सतीत्व के प्रतीक के रूप में की जाती है. माना जाता है कि जो भी श्रद्धालु यहां आकर सच्चे मन से माता से प्रार्थना करता है उसकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती है. यहां दीपक जलाने की परंपरा बहुत विशेष मानी जाती है. कहा जाता है दीप जलाने से घर में प्रकाश, समृद्धि और सुख शांति आती है. मंदिर में रोज भजन, कीर्तन और आरती का आयोजन होता है. सीकर के लोग तो यहां के हर पर्व की शुरुआत माता के दर्शन से करते हैं.

नारी शक्ति की प्रतीक देवीरानी सती माता को नारी शक्ति और सतीत्व का प्रतीक माना जाता है. कहां जाता है कि नारायणी देवी दुर्गा का अवतार थी. वह केवल देवी नहीं, बल्कि उन तमाम स्त्रियों के लिए प्रेरणा है जो अपने परिवार, समाज और धर्म के प्रति समर्पित रहती हैं. उनकी कथा सिखाती है की शक्ति का असली रूप त्याग, साहस और निष्ठा में छिपा है. सीकर की महिलाएं आज भी हर शुभ कार्य की शुरुआत माता के नाम से करती है, चाहे विवाह हो या नवजात का जन्म या नया घर बनाना हो सभी इस माता के दरबार में पहली हजारी लगाते हैं.

Rupesh Kumar Jaiswal

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें

रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन… और पढ़ें

Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

October 13, 2025, 19:32 IST

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सीकर का रानी सती माता मंदिर – नारी शक्ति और चमत्कार का केंद्र !

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