‘साइलेंट किलर’… हर तीसरा युवा हो रहा इस बीमारी का शिकार! क्या आप भी खतरे में हैं? जानें लक्षण

जमशेदपुर. बदलती जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण हाइपरटेंशन तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक, हर वर्ग के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं. अनियमित दिनचर्या, जंक फूड का अधिक सेवन, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मानसिक तनाव इसके मुख्य कारणों में से एक हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लोग अपने खानपान और जीवनशैली पर ध्यान दें, तो इस बीमारी को काफी हद तक रोका जा सकता है.
क्या कहते हैं विशेषज्ञप्रोफेशनल डाइटिशियन बिवा रंजन, जो पिछले 10 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत हैं, बताती हैं कि हाइपरटेंशन के कई कारण हो सकते हैं. इनमें इंसुलिन रेजिस्टेंस, मोटापा, खराब नींद, किडनी की समस्या और थायराइड जैसी बीमारियां प्रमुख हैं. अगर समय रहते इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.
कैसा हो सही खानपानहाइपरटेंशन को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना जरूरी है. बिवा रंजन के अनुसार, नाइट्रेट से भरपूर खाद्य पदार्थ उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं. पालक, बीटरूट, मैथी और पत्ता गोभी रक्त प्रवाह बेहतर करते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त आहार जैसे अखरोट, अलसी के बीज और मछली का तेल ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
किन चीजों से बचना चाहिएहाइपरटेंशन के मरीजों को कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए, ताकि ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहे. अत्यधिक नमक का सेवन न करें. चटनी, पापड़, अचार और प्रोसेस्ड फूड में नमक अधिक होता है, जो रक्तचाप बढ़ा सकता है. रेड मीट में संतृप्त वसा अधिक होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है. अल्कोहल और स्मोकिंग रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देते हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है.
शारीरिक गतिविधि भी जरूरीबिवा बताती हैं कि सिर्फ आहार नियंत्रण ही काफी नहीं है, बल्कि नियमित व्यायाम भी बहुत जरूरी है. रोजाना कम से कम 30 से 40 मिनट की शारीरिक गतिविधि जैसे योग, वॉकिंग, जॉगिंग या साइक्लिंग करने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है.
नियमित जांच कराएंहाइपरटेंशन को “साइलेंट किलर” कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षण धीरे-धीरे उभरते हैं. इसलिए नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करवाना जरूरी है. यदि रक्तचाप सामान्य से अधिक पाया जाता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और अपनी जीवनशैली में सुधार करें.