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Sirohi News: माउंट आबू के 135 साल पुराने पोलो ग्राउंड का होगा कायाकल्प, यहां बनेगा गोल्फ कोर्स

Agency: Rajasthan

Last Updated:February 24, 2025, 15:41 IST

Sirohi News: हिल स्टेशन माउंट आबू की पहचान माने जाने वाले ऐतिहासिक पोलो ग्राउंड का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है. किसी जमाने में इस ग्राउंड पर राजा महाराजाओं का शाही खेल पोलो खेला जाता था. जिसके चलते इस ग्राउंड…और पढ़ेंX
माउंट
माउंट आबू का पोलो ग्राउंड 

राजस्थान के एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू की पहचान माने जाने वाले ऐतिहासिक पोलो ग्राउंड का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है. किसी जमाने में इस ग्राउंड पर राजा महाराजाओं का शाही खेल पोलो खेला जाता था. जिसके चलते इस ग्राउंड का नाम भी पोलो ग्राउण्ड हो गया. पिछले कुछ सालों में ग्राउंड की देखरेख नहीं होने से खिलाडियों को यहां प्रैक्टिस में भी दिक्कत होती थी.

इस बार के राज्य बजट में ग्राउण्ड के रिवाइवल के लिए घोषणा की है. जिसमें यहां विभिन्न खेलों के लिए ग्राउंड की व्यवस्था के काम होंगे. 2 वर्ष पहले भी राज्य सरकार द्वारा करीब 18 करोड़ की लागत से ग्राउंड को विकसित करने के लिए स्वीकृति दी गई थी. इसमें क्रिकेट, बैडमिंटन कोर्ट, एथलीट ट्रेक, बॉस्केट बॉल, बॉलीबॉल आदि खेलों को लेकर स्टेडियम तैयार किया जाना था, लेकिन इसका कारण शुरू नहीं हो सका था.

खिलाड़ियों को मिलेगा प्रैक्टिस का मौकामाउंट आबू खेल समिति के सदस्य और पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश थिंगर ने लोकल-18 से कहा कि इस बजट घोषणा में माउंट आबू में खेलों को बढ़ावा देने के लिए जो घोषणाएं की गई है, वो खिलाडियों को खेलों में प्रोत्साहन मिलेगा. माउंट आबू शहर राजस्थान में सबसे ऊंचाई पर बसा शहर है. इस वजह से खिलाडियों को यहां प्रेक्टिस में अलग माहौल मिलता है. पोलो ग्राउंड के रिवाइवल कार्य की घोषणा से माउंट आबू के खिलाडियों को प्रेक्टिस में सुविधा होगी. वहीं माउंट आबू में गोल्फ कोर्स बनाने की भी घोषणा हुई है. इससे गोल्फ के खिलाड़ी माउंट आबू की तरफ आकर्षित होंगे.

ये है मैदान का इतिहास ग्राउंड पर लगेतत्कालीन महाराजा सवाई माधोसिंह, ए.जी.जी कर्नल जीएच ट्रेवर द्वारा 1889 में पोलो मैदान का निर्माण करवाया गया था. सिरोही के महाराव केसरी सिंह के मार्गदर्शन में इस ग्राउंड का काम पूरा हुआ था. इतनी ऊंचाई पर इतना विशाल ग्राउंड तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं था. 1891 ट्रेवर ऑवल शुरू हुआ था. 1894 में यह मैदान पूरी तरह से तैयार हुआ और इसके बाद से माउंट आबू में पोलो खेलना शुरू हुआ. राजाओं का पसंदीदा ये खेल 1920 से लेकर 1939 तक यहां खेला जाने लगा. सैकंड वर्ल्डवॉर के बाद पोलो की जगह पर अन्य खेलों को बढ़ावा मिला. यहां अंतिम बार 2006 से 2008 तक तीन वर्ष तक पुन: पोलो खेल खेला गया. इससे पहले विभिन्न खेलों के प्रशिक्षण को लेकर ये ग्राउंड पसंद किया जाता था. वर्ष-1950 में यहां राष्ट्रीय पुलिस प्रशिक्षण केंद्र स्थापित हुआ. जिससे इस ग्राउंड पर एक बार चमक आ गई. करीब 22 साल के बाद एनपीए स्थानांतरित होने के बाद मैदान स्थानीय प्रशासन और खिलाडियों को सौंप दिया गया.

 मेजर ध्यानचंद समेत कई दिग्गज खिलाड़ी दे चुके है ट्रेनिंगइस ग्राउंड पर देश के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद, मिल्खा सिंह, माखन सिंह, शमशेर सिंह सूरी, प्रयाग सिंह समेत दर्जनों खिलाडियों ने नए खिलाडियों को प्रशिक्षण दिया है. इसमें से कई खिलाड़ी राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन कर चुके हैं.


Location :

Sirohi,Rajasthan

First Published :

February 24, 2025, 15:41 IST

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माउंट आबू के 135 साल पुराने पोलो ग्राउंड का होगा कायाकल्प, यहां बनेगा गोल्फ

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