सीतामढ़ी की कबड्डी खिलाड़ी सुंदर कुमारी की संघर्षपूर्ण कहानी

Agency: Bihar
Last Updated:February 25, 2025, 16:57 IST
Sitamarhi News: बिहार के सीतामढ़ी की सुंदर कुमारी ने पांच बार नेशनल कबड्डी खेला है,लेकिन आर्थिक तंगी उनकी राह में बाधक है. पिता नाई का काम करते हैं. सुंदर में प्रतिभा कूट-कूट कर भरी हुई है, लेकिन वह गरीबी के का…और पढ़ें
सीतामढ़ी की सुंदर कुमारी ने पांच बार नेशनल कबड्डी खेला, लेकिन गरीबी के कारण वह अपनी प्रतिभा को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रही है.
हाइलाइट्स
सीतामढ़ी की कबड्डी खिलाड़ी सुंदर की आर्थिक तंगी नेशनल करियर में बाधा खड़ी कर रही.सीतामढ़ी की सुंदर कुमारी अब तक पांच राज्यों में खेल चुकी है कबड्डी की राष्ट्रीय प्रतियोगिता. कबड्डी के क्षेत्र में पूरे देश में बिहार का धाक जमाने वाली सुंदर है आर्थिक बदहाली की शिकार.
सीतामढ़ी. बिहार के सीतमढ़ी की सुंदर कुमारी खेल के क्षेत्र में सीतामढ़ी और बिहार का नाम रौशन कर रही हैं.पिता नाई का काम करते हैं और आर्थिक रूप से बदहाल हैं. बावजूद इसके सुंदर कुमारी अब तक कबड्डी का पांच बार नेशनल गेम खेल चुकी हैं. सुंदर कुमारी के अंदर प्रतिभा कूट-कूट कर भरी है और उसके अंदर खेल के क्षेत्र में कुछ कर गुजरने का जज्बा है. लेकिन, सुंदर कुमारी की इस मुहिम के पीछे उसकी आर्थिक परेशानी उसके रास्ते का बाधक साबित हो रही है.
बता दें कि सुंदर ने सीतामढ़ी के कमला बालिका उच्च विद्यालय से पढ़ाई की है. सुंदर ने अब तक झारखंड, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में कबड्डी का नेशनल गेम खेल और बेहतर प्रदर्शन किया. प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए आने जाने लायक सुंदर के पास पैसे नहीं होते. किसी तरीके से सुंदर पैसे का इंतजाम करके खेल प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती है.
कबड्डी के क्षेत्र में पूरे देश में धाक जमाने वाली बहार के सीतामढ़ी ी सुंदर कुमारी अब तक पांच राज्यों में हुई कबड्डी के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शामिल हो चुकी है.
एक छोटी से झोपडी में सुंदर कुमारी अपने माता-पिता और भाई-बहन के साथ किसी तरह से अपनी जिंदगी गुजार रही है. डुमरा प्रखंड के सिमरा परसपट्टी गांव की रहने वाली सुंदर कुमारी के पिता संजय ठाकुर नाई का काम करते हैं. इनकी कमाई से परिवार का खर्च बहुत मुश्किल से चलता है. सुंदर में प्रतिभा है और कुछ कर जाने का जज्बा दिल में भरा हुआ है, पर गरीबी के आगे बेबस है.
सुंदर कुमारी के पिता नाई का काम करते हैं जिससे परिवार का खर्च नहीं चल पाता. आर्थिक बदहाली की शिकार सुंदर की मदद के लिए जिला कबड्डी संघ ने सरकार से अपील की है.
जिला कबड्डी संघ के सचिव पंकज कुमार सिंह बताते हैं कि सुंदर को आर्थिक मदद मिले तो वो अपने प्रदेश का नाम रौशन कर सकती है. सुंदर में प्रतिभा इतनी है कि अगर इसे थोड़ी सुविधा मिल जाए तो वह कमाल का प्रदर्शन करेगी.जिला खेल विभाग से भी उन्होंने कई दफ़े सुंदर को मदद करने को लेकर आग्रह किया बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई है.
Location :
Sitamarhi,Bihar
First Published :
February 25, 2025, 16:57 IST
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