Snake Bite: In case of snake bite, first aid doctor, keep these things in mind
शक्ति सिंह/कोटा:- राजस्थान समेत भारत में सांप काटने का इलाज कम जागरुकता के कारण नहीं हो पाता है. ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी लोग सांप काटने पर झाड़-फूंक पर विश्वास करते हैं और इस अंधविश्वास के चलते अपनी जान गंवा बैठते हैं. सांप काटने पर अगर समय रहते इलाज कर दिया जाए, तो पीड़ित के बचने की संभावना 70 फीसदी तक बढ़ जाती है. सर्प दंश के उपचार को लेकर डॉक्टर विनीत महोबिया ने चिकित्सकीय सलाह दी है.
डॉक्टर विनीत महोबिया ने लोकल18 को बताया कि अधिकांश सांप काटने के केस ग्रामीण क्षेत्र से ज्यादा आते हैं. ग्रामीण क्षेत्र में लोग खेतों में काम करते हैं, जहां सांप के काटने से ग्रामीणवासी परिवार जन झाड़-फूंक करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करें. सांप काटने के समय को नोट करें और संभव हो तो सांप का फोटो खींच लें. ऐसा करने से डॉक्टर से सांप काटने का इलाज करने में आसानी होगी, क्योंकि सांप काटने का इलाज अक्सर सांप के एंटीवेनम से ही होता है. सांप अगर काट ले, तो बिल्कुल भी ना घबराए, बस कोशिश करें कि समय रहते अस्पताल पहुंचे. सांप कांटने वाली जगह पर किसी भी प्रकार का कोई चीरा ना लगाए. उस जगह को कपड़े से ना बांधे और ना ही सांप के जहर को मुंह से निकाले.
सांप के काटने पर प्राथमिक उपचारडॉक्टर विनीत महोबिया ने Local18 को आगे बताया कि सांप अगर काट ले, तो इंजेक्शन की सिरिंज को उपयोग में ले सकते हैं. सांप के कांटे हुई जगह पर सिरिंज की मदद से उसे खींचकर उसके जहर को बाहर निकाल सकते हैं. इस तरीके से मरीज की जान बचाई जा सकती है और उसके बाद तुरंत डॉक्टर और अस्पताल पहुंचकर इलाज करवा सकते हैं.
ये भी पढ़ें:- प्रचंड गर्मी को देखते हुए मनरेगा कार्य का बदला समय, अब सुबह इतने बजे साइट पर पहुंचे श्रमिक
सर्पदंश के लक्षणडॉक्टर विनीत महोबिया ने बताया कि सांप के कांटने से असामान्य ब्लीडिंग और खून का जमना, लो ब्लड प्रेशर और शॉक लगना, मितली और उल्टी आना, सांस लेने में परेशानी होना, धुंधला दिखाई देना, मुंह में ज्यादा मात्रा में लार बनना, ज्यादा पसीना होना, चेहरे और हाथों-पैरों में सुन्नपन महसूस होना जैसे लक्षण हो सकते हैं.
Tags: Kota news, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : May 24, 2024, 12:57 IST