ना बिजली की चिंता, न कोई लंबा खर्चा, पानी मिलेगा एकदम ठंडा, इस देसी फ्रिज की बाजार में बढ़ी मांग

Last Updated:April 05, 2025, 14:30 IST
राजस्थान के नागौर जिले में मिट्टी के मटके का उपयोग गर्मियों में ठंडा पानी पीने के लिए होता है. कुम्हार वर्ग द्वारा बनाए गए ये मटके 50 डिग्री तापमान में भी ठंडा पानी प्रदान करते हैं.X
देसी मटका
हाइलाइट्स
नागौर में मिट्टी के मटकों की मांग बढ़ी.मटके 50 डिग्री तापमान में भी ठंडा पानी देते हैं.मटके का पानी त्वचा और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी.
नागौर. राजस्थान में कई सदियों से चली आ रही ठंडा पानी पीने के लिए मिट्टी से बने मटके (घड़े) के प्रयोग की परंपरा आज भी राजस्थान और नागौर जिले के हर घर में देखी जाती है. बात करें राजस्थान के नागौर जिले की तो यहां गर्मियों के मौसम में तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है. तपती गर्मी और गर्म हवाओं के कारण हर कोई इंसान ठंडा पानी पीने की चाहत रखता है.
राजस्थान के नागौर के कुचामन, डीडवाना, डेगाना आदि शहरों और ग्रामीण इलाकों में इन दिनो ठंडा पानी के बर्तन के रूप में प्रसिद्ध, कुम्हार वर्ग के द्वारा मिट्टी के घड़े बनाए जाने की शुरुआत हो गई है. मिट्टी के घड़े को राजस्थान में ‘मटका’ के नाम से भी पुकारा जाता है और इसकी मांग भी बढ़ना शुरू हो गई है. लोगों ने अब मिट्टी के घड़े की खरीदारी करना शुरू कर दिए हैं. बाजार में अब मिट्टी के मटकों की मांग बढ़ी है. आमजन मिट्टी के घड़े को खरीदकर अपने घर में ठंडा पानी पीने के लिए इस्तेमाल करते हैं और इसके साथ ही मिट्टी के घड़े में पानी पीने से कई स्वास्थ्य लाभ है, जिनकी जानकारी आज हम आपको बताने जा रहे हैं.
कारीगर द्वारा मिट्टी के घड़े बनाने की प्रक्रियामिट्टी के घड़े बनाने वाले कारीगर बताते हैं कि खेतों से लाई गई हुई चिकनी मिट्टी से कुम्हार कारीगर के ‘चाक’ में आकार देकर बनाए जाने वाले घड़े, कुछ दिनों तक सूखने के लिए रखे जाते हैं और फिर उन्हें तेज आग (अग्नि) में पकाया जाता है. कुछ दिनों तक इसके बाद मिट्टी के घड़े को पूर्ण रूप देने के लिए उन पर सौंदर्य रूप देने के लिए रंगीन रंगों से चित्रकारी भी की जाती है, मुख्य रूप से लाल कलर से, कुल मिलाकर एक साथ अनेक घड़े को बनाने के लिए कारीगर को 10 से 15 दिन का समय लगता है. चिकनी मिट्टी से बनने वाले घड़े गर्मियों के मौसम में काफी ठंडे रहते हैं और राजस्थान के लोगों के लिए एक प्रकार से पानी का फ्रिज साबित होते हैं, और इनमें गर्मियों के मौसम में बार-बार हवा लगने से ठंडा पानी रहता है, जिसे पीकर लोग अपनी प्यास बुझाते हैं. गर्मियों के मौसम में इस घड़े मूल्य 80 से 200 रुपए तक रहता है.
त्वचा के लिए लाभकारी मिट्टी के घड़ेमिट्टी से बने मटके का पानी पीने से त्वचा में चमक आती है. शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है व फोड़े फुंसी जैसी बीमारियों से राहत मिलती है. मटके का पानी पीने से शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है. इम्यून सिस्टम मजबूत करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
Location :
Nagaur,Nagaur,Rajasthan
First Published :
April 05, 2025, 14:30 IST
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