Social Welfare: बेसहारा बुजुर्गों के लिए कल्याण संस्थान आश्रम बना अंतिम आसरा, 25 बुजुर्गों को मिलेगी नई जिंदगी, लोगों के लिए प्रेरणा

Last Updated:April 30, 2025, 23:12 IST
Social Welfare: माया बहन बताती हैं कि फिलहाल वृद्धाश्रम में 6 लोगों का स्टाफ 24 घंटे बुजुर्गों की देखभाल के लिए तैनात है. महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग किराए की बिल्डिंग ली गई है, जिससे सभी को उचित सुविधा मिल…और पढ़ेंX
कृष्ण कल्याण संस्थान
हाइलाइट्स
माया बहन ने बेटी की मौत के बाद वृद्धाश्रम की स्थापना कीवृद्धाश्रम में 25 बुजुर्गों की देखभाल की जा रही है24 घंटे बुजुर्गों की सेवा में तैनात है 6 लोगों का स्टाफ
उदयपुर. जीवन में कुछ घटनाएं इंसान को भीतर तक झकझोर देती हैं और वही घटनाएं कई बार उसके जीवन की दिशा ही बदल देती हैं. उदयपुर की रहने वाली माया बहन की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. एक मां के रूप में बेटी को खोने का दुख झेलने के बाद उन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह सेवा भाव के लिए समर्पित कर दिया.
समाज सेवा के कार्यों में जुटे कल्याण संस्थान के माध्यमकरीब 12 साल की बेटी की मौत के बाद माया बहन ने दुख की घड़ी को आत्मबल में बदला और कृष्ण कल्याण संस्थान के माध्यम से समाज सेवा के कार्यों में जुट गईं. कोरोना काल के दौरान जब वह गांव-गांव में हेल्पिंग किट बांटने गईं, तब उन्हें कई ऐसे बुजुर्ग मिले जिनके पास दो वक्त की रोटी तक नहीं थी.न इलाज की सुविधा थी, न दवाई की जानकारी. यह देखकर उनका मन विचलित हो उठा और उन्होंने ठान लिया कि अब वह इन बेसहारा बुजुर्गों की सेवा करेंगी.
25 बुजुर्गों को नई जिंदगी यही संकल्प लेकर उन्होंने सलूंबर क्षेत्र में एक वृद्धाश्रम की स्थापना की, जहां आज 25 बुजुर्गों को नई जिंदगी मिल रही है. इस सेवा कार्य की शुरुआत उन्होंने पांच लोगों के साथ की थी. अपने परिवार और रिश्तेदारों तक से मदद लेकर, यहां तक कि अपनी ज्वेलरी तक गिरवी रखकर उन्होंने वृद्धाश्रम को जीवित रखा.उचित सुविधा की व्यवस्था माया बहन बताती हैं कि फिलहाल वृद्धाश्रम में 6 लोगों का स्टाफ 24 घंटे बुजुर्गों की देखभाल के लिए तैनात है. महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग किराए की बिल्डिंग ली गई है, जिससे सभी को उचित सुविधा मिल सके.
लोगों के लिए बन गई प्रेरणा उनकी सेवा भावना आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है. माया बहन का यह कार्य दर्शाता है कि यदि मन में सच्ची सेवा की भावना हो, तो किसी भी विपरीत परिस्थिति को सकारात्मक परिवर्तन में बदला जा सकता है.
Location :
Udaipur,Udaipur,Rajasthan
First Published :
April 30, 2025, 23:12 IST
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बेटी की मौत के बाद सेवा बना जीवन का उद्देश्य, बेसहारा बुजुर्गों के लिए आसरा