एसआईआर सर्वे में दबाव के बीच मददगार बने समाजसेवी, बीएलओ ने कहा- मतदाता सूची में अनिवार्य हो मोबाइल नंबर

Last Updated:November 29, 2025, 08:32 IST
राजस्थान में एसआईआर सर्वे: कोटा में आगामी चुनावों की तैयारी के लिए एसआईआर अभियान तेजी से चल रहा है. बीएलओ घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन कर रहे हैं, जिससे उनका कार्यभार और मानसिक दबाव बढ़ गया है. स्थानीय समाजसेवी नितिन मेवाड़ा और अन्य नागरिकों के सहयोग से सत्यापन प्रक्रिया में तेजी और गुणवत्ता आई है. बीएलओ का कहना है कि मोबाइल नंबर अनिवार्य होने से संपर्क आसान होगा और मतदाता सूची और अधिक सटीक एवं उपयोगी होगी.
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देवेन्द्र सेन/कोटा. आगामी चुनावों की तैयारी को लेकर जिले में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान तेजी से चल रहा है. इस दौरान बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) लगातार घर-घर पहुंचकर मतदाताओं का सत्यापन कर रहे हैं. बढ़ते कार्यभार, समय सीमा और लगातार फील्ड विज़िट के कारण बीएलओ पर मानसिक दबाव भी बढ़ता जा रहा है. बीएलओ अब्दुल हाफ़िज़ सैय्यद ने बताया कि कोटड़ी वार्ड नंबर 20 में अभियान की शुरुआत में उन्हें काफी तनाव का सामना करना पड़ा.
लोगों को जागरूक करना, दस्तावेज़ों की जांच करना और सही जानकारी दर्ज करना आसान काम नहीं है. कई बार एक ही घर के तीन–चार बार चक्कर लगाने पड़ते हैं ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से छूट न जाए. बढ़े हुए काम के कारण कई रातें बिना नींद गुज़र जाती है. उन्होंने आम जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है. सही जानकारी देना हर नागरिक की जिम्मेदारी है.
स्थानीय समाजसेवी भी बीएलओ की कर रहे मदद
उनकी अपील के बाद स्थानीय नागरिकों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े समाजसेवी भी सहयोग के लिए आगे आए हैं. अधिकारियों की सलाह पर सामाजिक संगठनों ने भी योगदान देना शुरू किया है. इनमें कोटा के समाजसेवी नितिन मेवाड़ा सक्रिय रूप से बीएलओ की मदद कर रहे हैं. उनके सहयोग से सत्यापन कार्य में तेजी आई है और लोगों में जागरूकता भी बढ़ी है. बीएलओ ने बताया कि समाजसेवियों की भागीदारी से अभियान की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार हुआ है.
मतदाता सूची में अनिवार्य किया जाए मोबाइन नंबर
बीएलओ का कहना है कि यदि प्रक्रिया को तकनीकी रूप से और मज़बूत किया जाए, तो काम और अधिक सरल हो सकता है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि आने वाली मतदाता सूची में मोबाइल नंबर अनिवार्य रूप से शामिल किए जाएं.उनका मानना है कि मोबाइल नंबर उपलब्ध होने से संपर्क करना आसान होगा, बार-बार घर जाने की आवश्यकता कम पड़ेगी और काम अधिक पारदर्शी व तेज़ी से पूरा हो सकेगा.स्थानीय नागरिकों का भी मानना है कि बीएलओ और समाजसेवियों के संयुक्त प्रयास से क्षेत्र में जागरूकता बढ़ी है. उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी मतदाता सूची अधिक सटीक, व्यापक और उपयोगी साबित होगी.
About the Authordeep ranjan
दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें
First Published :
November 29, 2025, 08:00 IST
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एसआईआर सर्वे के दौरान BLO बोले- मोबाइल नंबर अनिवार्य होने से सत्यापन होगा सरल



