Soil health card the farmer soil of his field इसका उपयोग मृदा स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए किया जाता है औ

Last Updated:March 17, 2025, 06:48 IST
Soil health card: कृषि एवं सहकारिता विभाग की ओर से किसानों के लिए ये योजना शुरू की गई है. इसका उपयोग मृदा स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए किया जाता है.
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना (सांकेतिक)
हाइलाइट्स
किसानों के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना शुरू की गई.मृदा कार्ड से मिट्टी की स्थिति और उर्वरक की जानकारी मिलेगी.हर खेत को हर तीन वर्ष में एक बार मृदा कार्ड मिलेगा.
सिरोही: किसानों के लिए अपनी भूमि के हिसाब से उर्वरक और कीटनाशकों का उपयोग करना जरूरी है. हर भूमि के अपने गुण और उर्वरा शक्ति होती है, ऐसे भूमि में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के हिसाब से उर्वरकों और कीटनाशक का उपयोग फसल की गुणवत्ता और उत्पादन को बेहतर बनाने में मदद करता है. इसके लिए कृषि विभाग की एक सुविधा आपको बहुत मदद कर सकती है. हम बात कर रहे हैं मृदा स्वास्थ्य कार्ड की.
कृषि विभाग सिरोही के अनुसार कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत कृषि एवं सहकारिता विभाग की ओर से किसानों के लिए ये योजना शुरू की गई है. इसका उपयोग मृदा स्वास्थ्य की वर्तमान स्थिति का आकलन करने के लिए किया जाता है और समय के साथ उपयोग किए जाने पर सोइल मैनेजमेंट से प्रभावित मृदा स्वास्थ्य में होने वाले परिवर्तनों को निर्धारित करने के लिए किया जाता है. मृदा स्वास्थ्य कार्ड सॉइल हेल्थ इंडिकेटर और रिलेटेड डिटेल रिपोर्ट दिखाई जाती है. ये इंडिकेटर आम तौर पर किसानों के व्यावहारिक अनुभव और स्थानीय प्राकृतिक संसाधनों की जानकारी पर आधारित होते हैं. हर खेत को हर तीन वर्ष में एक बार मृदा कार्ड मिलेगा. यह कार्ड तीन साल के लिए मान्य होता है. अधिक जानकारी के लिए https://soilhealth.dac.gov.in पर इसकी जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
अधिकतम उपज करने में मदद करेगा मृदा कार्डमृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना किसानों के लिए बहुत ही लाभकारी योजना है. किसानों को अधिकतम उपज प्राप्त करने के लिए किस प्रकार की फसल उगानी चाहिए, यह जानने के लिए मृदा कार्ड आपकी मदद कर सकता है. इस कार्ड से किसान मिट्टी की स्थिति को सुधारने के लिए क्या उपाय करने चाहिए इसकी जानकारी ले सकते हैं.
12 मापदंडों पर मिलेगी मिट्टी की रिपोर्टमृदा स्वास्थ्य कार्ड एसएचसी एक मुद्रित रिपोर्ट है, जो किसान को उसकी प्रत्येक जोत के लिए सौंपी जाएगी. इसमें 12 मापदंडों के अनुसार उसकी मिट्टी की स्थिति होगी, जैसे कि एन, पी, के (मैक्रो-पोषक तत्व); एस (द्वितीयक-पोषक तत्व); जेडएन, फे, क्यू, एमएन, बो (सूक्ष्म-पोषक तत्व); और पीएच, ईसी, ओसी (भौतिक पैरामीटर) शामिल हैं. इसके आधार पर, एसएचसी खेत के लिए आवश्यक उर्वरक अनुशंसाओं और मिट्टी संशोधन का भी संकेत देता है. कार्ड में किसान की जोत की मिट्टी की पोषण स्थिति के आधार पर सलाह दी जाती है. इसमें विभिन्न पोषक तत्वों की खुराक के बारे में सुझाव दिए जाएंगे. इसके अलावा, यह किसान को उर्वरकों और उनकी मात्रा के बारे में सलाह देगा, साथ ही यह भी बताएगा कि उसे मिट्टी में कौन से सुधार करने चाहिए, ताकि उसे अधिकतम पैदावार मिल सके.
Location :
Sirohi,Sirohi,Rajasthan
First Published :
March 17, 2025, 06:48 IST
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Soil health card: इस कार्ड से किसान जान सकेंगे खेत की मिट्टी की पूरी कुंडली