कभी PM मोदी से लेकर दिलीप कुमार तक हुआ करते थे दीवाने, लेकिन आज ये कलाकार जी रहा गुमनामी का जीवन!

Last Updated:April 18, 2025, 16:59 IST
राजस्थान के लोक कलाकार लिच्छु राम भोपा ने रावण हत्था बजाकर देश-विदेश में पहचान बनाई, प्रधानमंत्री मोदी समेत कई हस्तियों को प्रभावित किया, लेकिन आज वे सालासर में मामूली आमदनी पर गुमनामी की जिंदगी जीने को मजबूर ह…और पढ़ेंX
लोक कलाकार लिच्छु राम
राहुल मनोहर/सीकर- राजस्थान के चूरू जिले के राजसर गांव से ताल्लुक रखने वाले लोक कलाकार लिच्छु राम भोपा आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. अपनी अनूठी शैली और रावण हत्था जैसे पारंपरिक लोक वाद्य यंत्र की प्रस्तुति से वे भारत ही नहीं, विदेशों तक में अपनी पहचान बना चुके हैं.
प्रधानमंत्री मोदी भी हुए थे दीवाने2009 में जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब इंदौर के एक फेस्टिवल में लिच्छु राम को प्रस्तुति के लिए बुलाया गया था. उनकी प्रस्तुति से प्रभावित होकर मोदी स्वयं मंच पर आए और लिच्छु राम से रावण हत्था लेकर उसे बजाया. यह पल लिच्छु राम के जीवन के सबसे खास पलों में से एक बन गया.
संसद में भी बिखेरा लोक कला का जादूलिच्छु राम भोपा की कला की पहुंच भारतीय संसद तक रही है. वे एक महीने तक दिल्ली में रहकर संसद भवन के विभिन्न आयोजनों में रावण हत्था पर राजस्थानी गीत प्रस्तुत कर चुके हैं. तत्कालीन राष्ट्रपति के.आर. नारायणन और उपराष्ट्रपति कृष्णकांत भी उनकी प्रस्तुति के प्रशंसक रहे हैं.
बॉलीवुड के सितारे भी झूम उठेलिच्छु राम की कला का जादू बॉलीवुड कलाकारों पर भी चला है. दिलीप कुमार, हेमा मालिनी और कबीर बेदी जैसे कलाकार उनकी धुनों पर झूम चुके हैं. दिलीप कुमार ने तो उन्हें कई बार अपने घर बुलाया और उनकी टीम के साथ राजस्थानी गीतों का आनंद लिया.
गुमनामी में बीत रही है जिंदगीराष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नाम कमाने वाले लिच्छु राम आज सालासर के एक गेस्ट हाउस में मामूली आमदनी पर काम करने को मजबूर हैं. वे वहां आने वाले मेहमानों का राजस्थानी गानों और रावण हत्था की धुनों से मनोरंजन करते हैं. 15 से 20 हजार रुपये की आमदनी में वे जीवन गुजार रहे हैं, जो उनकी प्रतिभा और योगदान के सामने बेहद कम है.
Location :
Sikar,Rajasthan
First Published :
April 18, 2025, 16:59 IST
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