Soni Family Alwar Preserves Sanjhi Art

Last Updated:October 16, 2025, 09:04 IST
Alwar News: अलवर के सोनी परिवार ने 100 साल से अधिक समय से सांझी आर्ट को संरक्षित किया है. हाल ही में राम सोनी ने गोल्डन वर्क से बनी श्रीनाथजी की कलाकृति प्रधानमंत्री मोदी को भेंट की, जिसे पीएम ने अत्यधिक सराहा. यह कलाकृति विदेशी मेहमानों को उपहार में देने के लिए भी तैयार की जाती है, जिससे परिवार को देश-विदेश में प्रसिद्धि मिली है.
Alwar News: राजस्थान के अलवर शहर का सोनी परिवार पिछले 100 सालों से भी अधिक समय से प्राचीन कला सांझी आर्ट (Sanjhi Art) को जीवंत रखने का अथक प्रयास कर रहा है. यह कला न केवल परिवार की विरासत है, बल्कि अलवर की समृद्ध हस्तशिल्प धरोहर का भी प्रतीक है. इस कला की शुरुआत साल 1910 में राम सोनी के पूर्वजों ने मेहंदी छाप के डिजाइन से की थी, जिसने धीरे-धीरे पूरे देश में प्रसिद्धि पाई.
राम सोनी और उनके परिवार की मेहनत ने इस विलुप्त होती कला को न केवल संरक्षित किया है, बल्कि इसे एक नई पहचान भी दिलाई है. राम सोनी बताते हैं कि सांझी कला में कागज पर बेहद बारीक नक्काशी की जाती है, जिसके बाद गोल्डन वर्क से भगवान की लीलाओं और विभिन्न चित्र उकेरे जाते हैं.
हाल ही में आयोजित एक हस्तशिल्प प्रदर्शनी में, गोल्डन वर्क से तैयार श्रीनाथजी की सांझी कलाकृति लोगों के बीच सबसे बड़े आकर्षण का केंद्र बनी. इस कलाकृति को तैयार करने में राम सोनी और उनकी टीम को लगभग 40 दिन का समय लगता है. पहले पेपर को तैयार किया जाता है, उसे सुखाया जाता है, और फिर उस पर यह जटिल कलाकृति उकेरी जाती है.
प्रधानमंत्री मोदी को भेंट: राष्ट्रीय पहचान
राम सोनी ने इस विशेष श्रीनाथजी की सांझी कलाकृति को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को व्यक्तिगत रूप से भेंट किया. कलाकृति की बारीक कारीगरी और आध्यात्मिक सुंदरता को पीएम मोदी ने अत्यधिक सराहा. इस भेंट ने न केवल सोनी परिवार को, बल्कि अलवर की इस अनूठी कला को भी राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान दिलाई है.
विश्व स्तर पर मशहूर सोनी परिवार की कलाकृतियां
सोनी परिवार की इस कलाकृति की वजह से उन्हें न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी पहचान मिली है.
सरकारी ऑर्डर: सोनी परिवार को दिल्ली मंत्रालय और सेंट्रल कॉटेज की ओर से विशेष ऑर्डर मिलते हैं, जिनके तहत वे सुंदर और उच्च गुणवत्ता वाली कलाकृतियां तैयार करते हैं.
अंतर्राष्ट्रीय उपहार: इन कलाकृतियों को भारत आने वाले विदेशी मेहमानों को अक्सर उपहार स्वरूप भेंट किया जाता है. जापान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया, भूटान, नेपाल और अमेरिका सहित कई देशों के अतिथियों को सोनी परिवार द्वारा बनाई गई सांझी आर्ट की कलाकृतियां दी जा चुकी हैं.
प्रदर्शनी: राम सोनी देशभर में होने वाली हस्तशिल्प प्रदर्शनियों में नियमित रूप से अपनी कला प्रदर्शित करते हैं.
राम सोनी और उनके परिवार ने न केवल सांझी कला को संरक्षित किया है, बल्कि इसे विश्व स्तर पर पहचान दिलाकर यह साबित किया है कि पारंपरिक भारतीय कला में आज भी अभूतपूर्व संभावनाएं हैं. उनकी मेहनत और कला से अलवर की संस्कृति और हस्तशिल्प की धरोहर आज भी पूरी दुनिया में चमक रही है.
Location :
Alwar,Alwar,Rajasthan
First Published :
October 16, 2025, 09:04 IST
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पीढ़ियों से सहेजी जा रही कला…. अलवर के सोनी परिवार ने बनाई गोल्डन श्रीनाथजी