Fear of arrest demanded 2.40 lakh | ‘लुटेरे’ पुलिसकर्मी, रिश्वत के लिए व्यवसायी की अंगूठी बिकवाने पहुंचे सुनार के

जयपुरPublished: Aug 02, 2023 10:06:50 pm
तीन पुलिसकर्मियों ने गिरफ्तारी का भय दिखा मांगे 4.50 लाख। बातचीत के बाद सौदा 2.40 लाख में तय हुआ। इसमें से एक लाख रुपए तत्काल मांगे। व्यवसायी की कार ले गए बोले रुपए लेने आएंगे तब दे जाएंगे। एसीबी ने जाल बिछाया, लेकिन पकड़ में नहीं आए पुलिसकर्मी।
‘लुटेरे’ पुलिसकर्मी, रिश्वत के लिए व्यवसायी की अंगूठी बिकवाने पहुंचे सुनार के
ओमप्रकाश शर्मा.
श्रीगंगानगर जिला साइबर थाने के तीन पुलिसकर्मी रिश्वत के लिए ‘लुटेरे’ बन गए। गिरफ्तारी का भय दिखा कर जयपुर के एक व्यापारी से साढ़े चार लाख रुपए मांगे। 2.40 लाख में सौदा तय कर एक लाख रुपए तत्काल देने को कहा। पहले परिवादी के साथ एटीएम पर घूम-घूम कर 58 हजार रुपए हथियाए। फिर रुपए जुटाने के लिए परिवादी की अंगूठी बिकवाने सुनार तक पहुंचे। व्यवसायी की कार ले गए और रिश्वत की बाकी रकम मिलने पर लौटाने की बात कही। इस बीच व्यवसायी एसीबी के पास पहुंच गया। रिश्वत की शेष रकम के लिए आरोपियों ने जेएलएन मार्ग स्थित डब्ल्यूटीपी पर मिलना तय किया। एसीबी ने जाल बिछाया, लेकिन शातिर पुलिसकर्मियों को भनक लग गई। आरोपी वहां से रफूचक्कर हुए और कार को परिवादी के घर छोड़ कर फरार हो गए। अब एसीबी ने मंगलवार को रिश्वत मांगने का मामला दर्ज किया है।
हुआ यूं कि मालवीय नगर में डायग्नोस्टिक लैब के लिए कलेक्शन सेंटर चलाने वाले अमर सिंह ने किसी के कहने पर अपने खाते में रुपए डलवा कर एटीएम से नकदी निकाल कर दी थी। इसको लेकर जवाहर सर्कल थाने में दर्ज साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने उसे 16 अप्रेल को गिरफ्तार किया था, जिसमें उसे तीन मई को जमानत मिली। इसके बाद 13 जून को श्रीगंगानगर जिला साइबर थाने के हेड कांस्टेबल नवीन कुमार व कांस्टेबल इंद्रजीत व राकेश उसके यहां पहुंचे।
श्रीगंगानगर की टीम एक आरोपी की तलाश के लिए अमर सिंह को लेकर उसकी कार से ही भरतपुर गए। वहां स्थानीय थाने की मदद से एक स्थान पर दबिश देकर लौटे। रास्ते में उन्होंने अमर सिंह को गिरफ्तारी का भय दिखा साढ़े चार लाख रुपए मांगे। सौदा 2.40 लाख में तय हुआ। जयपुर पहुंचने पर वे सांगानेर के पास एक होटल में ठहरे, जिसका भुगतान अमर से ही करवाया।