Sri Ganganagar News: स्कूल बैग से ही चिपका था बच्चा, दोस्तों को चुपके-चुपके दिखा रहा था ऐसी चीज, चेकिंग करते ही उड़े टीचर्स के होश
श्रीगंगानगर: उदयपुर में स्कूली छात्र पर चाकू से हुए हमले के बाद राजस्थान के ज्यादातर स्कूल अब सतर्क हो गए हैं. कई स्कूलों में समय-समय पर बच्चों के बस्ते चेक किये जाने लगे हैं. इसी दौरान श्रीगंगानगर के एक स्कूल में जब बैग्स की चेकिंग हुई तो टीचर्स के होश ही उड़ गए. आठवीं का एक छात्र अपने बैग में किताब की जगह दादा की लाइसेंसी पिस्तौल लेकर आया था.
श्रीगंगानगर में 8वीं कक्षा का छात्र लाईसेंसी पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंचा था. जब अध्यापकों ने उसके बैग की तलाशी ली तो उन्हें उसमें पिस्तौल मिली. स्कूल वालों ने इसकी सूचना तुरंत सदर थाना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही स्कूल पहुंची पुलिस ने पिस्तौल को अपने कब्जे में ले लिया. साथ ही 7E छोटी निवासी छात्र के दादा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया. जिस पिस्तौल को लेकर छात्र स्कूल आया था, वो उसके दादा के नाम पर रजिस्टर है. अब पुलिस और शिक्षा विभाग के द्वारा मामले में अनुसंधान शुरु कर दिया गया है.
चुराकर लाया था पिस्तौलमामला श्रीगंगानगर जिला मुख्यालय के एक प्राइवेट स्कूल से सामने आया है. यहां कक्षा 8वीं का छात्र अपने दादा की लाइसेंसी पिस्तौल लेकर स्कूल पहुंच गया. उसके साथी छात्रों ने जब छात्र के बैग में पिस्तौल और कारतूस देखे गए तो हड़कंप मच गया. स्कूल के शिक्षकों द्वारा 8वीं के छात्र के बैग की तलाशी ली गई तो बैग से पिस्तौल और कारतूस मिले जिस पर पुलिस को सूचना दी गई. स्कूल प्रबंधन की सूचना पर पहुंची श्रीगंगानगर की सदर थाना पुलिस ने 8वीं कक्षा के नाबालिग छात्र के बैग से पिस्तौल और कारतूस बरामद करते हुए छात्र के दादा जिनके नाम से पिस्तौल का लाइसेंस जारी किया गया था, के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया.
शुरू हुई जांच-पड़तालमामले के सामने आते ही श्रीगंगानगर शिक्षा विभाग के द्वारा पड़ताल शुरु कर दी गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार 8वीं कक्षा का 12 वर्षीय नाबालिग छात्र अपने दादा के नाम से जारी किए गई लाइसेंसी पिस्तौल को लेकर स्कूल पहुंच गया था. वहीं सदर थाना पुलिस ने लापरवाही बरतने वाले दादा के खिलाफ मामला दर्ज कर दिया है. साथ ही उन्होंने सभी लाइसेंसी हथियार धारकों से अपील की है कि वे लाइसेंसी हथियारों को घर में सुरक्षित और ताला लगाकर रखे ताकि बच्चों की पहुंच उस तक ना हो सके.
FIRST PUBLISHED : September 5, 2024, 15:35 IST