शम्मी कपूर की जिंदगी, डांसिंग स्टाइल और बॉलीवुड में योगदान की कहानी.

Last Updated:October 21, 2025, 04:01 IST
Guess The Hero: एक्टर ने जिस हीरोइन के साथ पर्दे पर टूटकर रोमांस किया था, आगे चलकर उसी के पिता का रोल निभाकर दर्शकों को चौंका दिया था. वे अमिताभ बच्चन के पिता का भी रोल निभा चुके हैं, जबकि उनकी उम्र में ज्यादा फासला नहीं था. एक्टर को उनके डांस और स्टाइल की वजह से भारत का ‘एल्विस प्रेस्ली’ कहा जाता था. क्या आपने पहचाना?
नई दिल्ली: हिंदी सिनेमा का मशहूर एक्टर, जिन्हें कभी कोरियोग्राफी की जरूरत नहीं पड़ी, उन्हें प्यार से लोग भारत का ‘एल्विस प्रेस्ली’ कहते थे. उन्होंने हिंदी सिनेमा में हर तरह के किरदार निभाए. उन्होंने जिस हीरोइन के साथ पर्दे पर टूटकर रोमांस किया, उनके पिता का भी रोल निभाया. उस लीजेंड का जन्म 21 अक्टूबर 1931 को हुआ था. (फोटो साभार: AI से जनरेटेड इमेज)
शम्मी कपूर ने साल 1961 में आई फिल्म ‘जंगली’ से सायरा बानो के साथ डेब्यू किया था. उन्होंने ‘ब्लफ मास्टर’ में उनके साथ रोमांस किया था, लेकिन एक दशक बाद 1974 में आई ‘जमीर’ में सायरा बानो के पिता की भूमिका निभाई. इतना ही नहीं, उन्होंने पंद्रह साल छोटे अमिताभ बच्चन के पिता की भूमिका भी परवरिश में निभाई. (फोटो साभार: IMDb)
शम्मी कपूर को उनके सुपरस्टार पिता पृथ्वीराज कपूर ने स्टारकिड के रूप में लॉन्च नहीं किया था. उन्होंने बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने के लिए सालों तक संघर्ष किया. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत अपने पिता के पृथ्वी थिएटर में जूनियर आर्टिस्ट के रूप में 50 रुपये मासिक वेतन पर की थी. उन्होंने किसी अन्य कर्मचारी की तरह चार साल के अनुभव के बाद 1952 में 300 रुपये के वेतन पर नौकरी बदल ली.(फोटो साभार: IMDb)
शम्मी कपूर ने कई ब्लॉकबस्टर फिल्मों के साथ सफलता की ऊंचाइयों को छुआ. वे 1971 में आई अंदाज में आखिरी बार रोमांटिक हीरो के रोल में दिखे थे. ईटाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, शम्मी को जमीर, हीरो, विधाता, हुकूमत, बंटवारा, तहलका, चमत्कार, नमक और प्रेम ग्रंथ जैसी फिल्मों में एक अलग अवतार में देखा गया. (फोटो साभार: IMDb)
शम्मी कपूर ऐसे डांसर थे जिसने इंडियंस को नाचना सिखाया और अपनी जिंदादिली के लिए याद किए गए. हम शम्मी कपूर की बात कर रहे हैं, जिन्हें सिनेमा-डांस के अलावा टेक्नोलॉजी से भी बेहद लगाव था. वे आखिरी बार अपने पोते रणबीर कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘रॉकस्टार’ में नजर आए थे.(फोटो साभार: IMDb)
’60 और ’70 के दशक में फिल्मी सितारे मंच पर लाइव परफॉर्म नहीं करते थे और सपोर्टिंग डांसर्स के साथ डांस फ्लोर पर जाने से हिचकिचाते थे. लेकिन शम्मी कपूर ने डांस फ्लोर पर धूम मचा दी थी. उनके मूव्स को अक्सर ‘गर्दन तोड़’ कहा जाता था. उन्हें कभी कोरियोग्राफर की जरूरत नहीं पड़ी, वे अपने डांस स्टेप्स खुद बनाते थे. उनके डांसिंग स्किल्स, कूल अंदाज और हेयरस्टाइल की वजह से भारत का एल्विस प्रेस्ली कहा गया.(फोटो साभार: IMDb)
शम्मी कपूर हमेशा समय से आगे थे, चाहे वह तकनीक के प्रति उनका जुनून हो या उनके निर्देशन की कोशिश. वह इंटरनेट में महारत हासिल करने वाले पहले सेलिब्रिटीज में से एक थे. वह ‘इंटरनेट यूजर्स कम्युनिटी ऑफ इंडिया’ के फाउंडर और प्रेसीडेंट थे. (फोटो साभार: IMDb)
शम्मी कपूर ने एथिकल हैकर्स एसोसिएशन की शुरुआत करने में अहम योगदान दिया था. एक्टर ने खुद कपूर परिवार को समर्पित एक वेबसाइट बनाई हुई थी, जिसमें परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी अपडेट की. वे अपने फैंस से साइट के जरिये संपर्क में रहते थे.(फोटो साभार: IMDb)
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।First Published :
October 21, 2025, 04:01 IST
homeentertainment
वो जिंदादिल एक्टर, 1 ही हीरोइन का बना प्रेमी-पिता, पोते के साथ की आखिरी फिल्म