strange story of this smuggler from Rajasthan blessings of Sanwalia Seth

Last Updated:April 17, 2025, 18:20 IST
जोधपुर पुलिस ने 50 हजार के इनामी भजनलाल को पकड़ा, जो डोडा पोस्त तस्करी के लिए चोरी की कारें इस्तेमाल करता था. वह सतर्कता से काम करता, एक वाहन या मोबाइल दोबारा नहीं इस्तेमाल करता था.X
पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर विकास कुमार की साइक्लोनर टीम को मिली बड़ी सफलता
हाइलाइट्स
जोधपुर पुलिस ने 50 हजार के इनामी भजनलाल को पकड़ा.भजनलाल ने तस्करी के लिए पहाड़ी पर नियंत्रण कक्ष बना रखा था.भजनलाल चोरी की कारों से डोडा पोस्त तस्करी करता था.
जोधपुर:- पुलिस महानिरीक्षक रेंज जोधपुर विकास कुमार की साइक्लोनर टीम के हत्थे चढ़ने वाला 50 हजार रुपए के इनामी भजनलाल से पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. आरोपी ने डोडा पोस्त तस्करी के लिए नया तरीका ढूंढ निकाला था. शुरूआत में वह चोरी के वाहनों में ड्रग्स तस्करी करता था, लेकिन वाहन चुराते समय सीसीटीवी कैमरों से पकड़े जाने से पुलिस पीछे लग जाती थी.
इसलिए उसने मध्यप्रदेश और गुजरात के काले बाजारों से सही कारें खरीदनी शुरू की. इनके इंजन व चैसिस नम्बर घिसकर वह डोडा पोस्त भरकर लाने लगा, ताकि पकड़े जाने पर इंजन-चैसिस नम्बर से पुलिस उस तक न पहुंच पाए. वह एक कार सिर्फ एक बार ही काम में लेता था. फिर उसे उसी कीमत पर छोटे तस्करों को बेच देता था.
खेप लाने से पहले जाता था सांवलिया सेठवह मादक पदार्थ की खेप लाने से पहले सांवलिया सेठ का तो वापसी पर नाथद्वारा में धोक लगाना नहीं भूलता था. भजनलाल बेहद सतर्कता व चालाकी के साथ काम करता था. वह न तो एक वाहन दोबारा प्रयोग में लेता, न एक दिन से ज्यादा एक मोबाइल चलाता. न एक स्थान पर एक दिन से ज्यादा रुकता, न ही एक मार्ग से लगातार यात्रा करता.
जिसने मदद की, उससे ही विश्वासघात कर आगे बढ़ासाथ पढ़ने के बाद भजनलाल ने विरधाराम के साथ रहकर काम शुरू किया और उसी से आगे बढ़ा. फिर उसी को धोखा देकर अलग गैंग बना ली थी. विरधाराम के चार प्रमुख साथियों ने अलग होकर खुद की गैंग बनाई थी. इनमें से सांवरिया, जसिया व भजनलाल को साइक्लोनर टीम पकड़ चुकी है.
पहाड़ी पर बना रखा था नियंत्रण कक्षभजनलाल ने चित्तौड़ के भदेसर इलाके में पहाड़ी पर अपना नियत्रंण कक्ष बना रखा था. पहाड़ी पर मंदिर की पिछली दीवार के पास एक झरोखे पर एक स्थायी मोबाइल रख रखा था. गैंग के सदस्य अगर पहाड़ी पर पहुंचते, तो मैसेज बॉक्स में ड्राफ्ट में संदेश छोड़ देते थे. जब भजनलाल वहां पहुंचता, तो वह सारे ड्राफ्ट संदेश पढ़कर आगामी योजना बना लेता. मंदिर का पुरोहित समय-समय पर उक्त मोबाइल को चार्ज कर सक्रिय रखता था. किसी गैंग सदस्य को कोई आपातकालीन संदेश भेजना होता, तो वह उक्त फोन से भजनलाल की पत्नी को संदेश भेज सकता था.
Location :
Jodhpur,Rajasthan
First Published :
April 17, 2025, 18:20 IST
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50 हजार के इनामी भजनलाल चढ़ा पुलिस के हत्थे; नए तरीके और चौंकाने वाले खुलासे!