Rajasthan
Street play ‘I am not mad, I am sick’ gave a ray of hope | world mental health week 2022: नुक्कड़ नाटक ‘पागल नहीं, बीमार हूं’ से छात्राओं ने जगाई उम्मीद की किरण


नाटक में छात्राओं ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में आज भी मानसिक बीमारी को लेकर लोग जागरूक नहीं है। अधिकांश लोग इसे भूत-प्रेत का साया समझने की भूल कर बैठते हैं। इलाज कराने की बजाय झाड़-फूंक, तांत्रिक बाबाओं के पास चले जाते हैं। वहां उनके झांसे में आकर गलत कदम उठा लेते हैं, जबकि बाबाओं के चक्कर में आने की जाने के बजाय यदि हम मरीज का उचित समय पर मनोचिकित्सक से इलाज कराते हैं तो जल्द आराम आता है तथा वह व्यक्ति समाज की मुख्यधारा में वापस आकर अपना योगदान देता है।
वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. अनीता गौतम ने बताया कि मानसिक विकार तथा नशे की लत के बारे में अभी भी समाज में कई भ्रांतियां फैली हुई हैं। लोग इसके बारे में बात करने से अभी भी झिझकते हैं। डॉ मनस्वी गौतम ने रेलवे अधिकारियों एवं वहां उपस्थित यात्रियों का आभार व्यक्त किया।