नकल रोकने के लिए सख्त गाइडलाइन, भर्ती परीक्षाओं के नियम बदले, अब इन मामलों में होगी सख्त कार्रवाई!

Last Updated:March 15, 2025, 12:47 IST
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने नकल और धांधली रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. गलत जानकारी देने पर आजीवन डीबार किया जाएगा. सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV निगरानी होगी.
बोर्ड ने परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए एक नई गाइडलाइन गाइडलाइन जारी की हैं.
हाइलाइट्स
नकल रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की गई.गलत जानकारी देने पर आजीवन डीबार किया जाएगा.सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV निगरानी होगी.
अंकित राजपूत/जयपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड लगातार भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कर रहा है और समय-समय पर नई प्रक्रियाओं और नवाचारों के साथ परीक्षाओं में बदलाव भी करता है. अब बोर्ड ने प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल और धांधली रोकने के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत अभ्यर्थियों को आवेदन के बाद और परीक्षा शुरू होने से पहले तक अपने फॉर्म में करेक्शन करने का मौका मिलेगा. वहीं, अगर किसी अभ्यर्थी की ओर से गलत या झूठी जानकारी दी जाती है, तो उसे आजीवन परीक्षा से डीबार कर दिया जाएगा. बोर्ड के अध्यक्ष के अनुसार, नई गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
इस नियम के तहत अभ्यर्थी ऑनलाइन फॉर्म करेक्शन के जरिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन में दर्ज सूचनाओं जैसे नाम, पिता का नाम और जन्मतिथि में संशोधन कर सकेंगे. आवेदन फॉर्म में किए गए सभी एडिटिंग और संशोधन की जानकारी बोर्ड के पास सॉफ्ट डाटा के रूप में सुरक्षित रहेगी. यदि किसी अभ्यर्थी की ओर से गलत या झूठी जानकारी दी जाती है, तो उसे आजीवन डीबार कर दिया जाएगा. बोर्ड के अध्यक्ष के अनुसार, नई गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर अभ्यर्थियों को परीक्षा में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
पेनल्टी वसूली का नियम इसके तहत अभ्यर्थियों को आवेदन के बाद और परीक्षा शुरू होने से पहले फॉर्म में करेक्शन करने का मौका मिलेगा. अगर कोई अभ्यर्थी आवेदन के बाद फॉर्म वापस लेना चाहता है या परीक्षा में शामिल नहीं होना चाहता है, तो उसे परीक्षा के आयोजन से 1 महीने पहले केवल 3 दिन तक फॉर्म वापस लेने की छूट दी जाएगी. इसके बाद, अगर अभ्यर्थी फॉर्म वापस नहीं लेता और परीक्षा में शामिल नहीं होता है, तो उससे पेनल्टी वसूली जाएगी.
फॉर्म कर दिया जाएगा रिजेक्टनए नियमों के तहत, ऑनलाइन आवेदन के दौरान अभ्यर्थियों को अपनी शैक्षणिक और तकनीकी योग्यता के सभी दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य होगा. यदि किसी अभ्यर्थी के पास आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध नहीं हैं, तो उसे संबंधित पाठ्यक्रम में एडमिशन की रसीद और अन्य दस्तावेजों का नोटेरी वेरिफिकेशन करवाकर अपलोड करना होगा. यदि आवेदन पत्र में कोई गड़बड़ी पाई जाती है या आवश्यक दस्तावेज अपलोड नहीं किए जाते, तो फॉर्म रिजेक्ट कर दिया जाएगा.
बदलाव नहीं होगा मान्यराजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए नई व्यवस्था लागू की है. अब आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, अभ्यर्थियों को उनके वॉट्सऐप नंबर पर ऑनलाइन आवेदन की जानकारी भेजी जाएगी. अभ्यर्थी परीक्षा से पहले अपने फॉर्म में अपलोड की गई जानकारी को संशोधित कर सकेंगे, लेकिन परीक्षा के बाद किसी भी प्रकार का बदलाव मान्य नहीं होगा.
CCTV कैमरों के जरिए निगरानीसभी परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस, फेस स्कैनिंग और सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी. इससे डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन और जॉइनिंग के दौरान अभ्यर्थियों की जानकारी को क्रॉस-चेक किया जाएगा. यदि डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अभ्यर्थी की ओर से पहले अपलोड की गई जानकारी से मेल नहीं खाने वाले दस्तावेज प्रस्तुत किए जाते हैं, तो उसे भविष्य की सभी भर्ती परीक्षाओं से डीबार कर दिया जाएगा.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 15, 2025, 12:47 IST
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नकल रोकने के लिए सख्त गाइडलाइन, अब आवेदन के बाद कर सकेंगे फॉर्म करेक्शन!