Rajasthan

मजबूत लकड़ी से नहीं… बेजान घास से बनाते हैं ‘लोहे’ जैसा फर्नीचर, दुकान खुलते ही उड़ जाता है सारा माल

Agency:Local18

Last Updated:February 25, 2025, 16:46 IST

भरतपुर के बीरमपुर गांव के कारीगर हाथों से बनाए गए इको-फ्रेंडली फर्नीचर बेहद मशहूर हैं. खेतों में उगी खरपतवार और घास-फूस से तैयार यह फर्नीचर न केवल खूबसूरत और टिकाऊ है, बल्कि पूरी तरह से प्राकृतिक भी है. पीढ़िय…और पढ़ेंX
इको
इको फ्रेंडली फर्नीचर बनाते कारीगर 

मनीष पुरी/भरतपुर- भरतपुर के बीरमपुर में कारीगरों द्वारा हाथों से बनाए गए इको-फ्रेंडली फर्नीचर की अपनी अलग पहचान है. यह फर्नीचर सिर्फ खूबसूरत ही नहीं बल्कि टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल है. इसे बनाने में खेतों में उगी हुई खरपतवार और घास-फूस का इस्तेमाल किया जाता है. यह परंपरा पीढ़ियों से चली आ रही है. यहां के कारीगरों ने वर्षों से चली आ रही है इस परंपरा को जीवंत रखने के लिए अपने पूर्वजों से यह हुनर सीखकर इसे आज भी जिंदा रख है.

कारीगर खेमचंद ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि इस फर्नीचर को बनाना आसान काम नहीं है. इसके लिए न केवल धैर्य चाहिए बल्कि बारीकी से काम करने की कला भी होनी चाहिए. खेतों की मेड और डोरो पर उगी हुई घास और खरपतवार को इकट्ठा करके उसे खास तरीके से सुखाया जाता है. उसके बाद इसे सांचे में ढालकर मजबूत और आकर्षक फर्नीचर तैयार किया जाता है. बीरमपुर के कारीगर घर में उपयोग होने वाले कई तरह के सामान बनाते हैं. जिनमें टेबल, कुर्सी, जूते रखने वाले स्टैंड, टोकरी, झूले, स्टूल और सजावटी वस्तुएं शामिल हैं.

इन फर्नीचरों की फीनिंसिंग के बाद इसका एक अलग तरीके का लुक निखर के सामने आता है, जो न केवल ग्रामीण बल्कि शहरी इलाकों के लोगों के मन को खूब भाता है. इस फर्नीचर की कीमत उसकी गुणवत्ता और आकार के अनुसार अलग-अलग होती है. आमतौर पर 100 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक के फर्नीचर बाजार में उपलब्ध हैं. यह सिर्फ भरतपुर तक ही सीमित नहीं है बल्कि जयपुर, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, करौली जैसे बड़े शहरों में भी इनकी अच्छी खासी मांग है.

कारीगर बताते हैं उन्होंने यह कला अपने पिता और दादा से सीखी है. वे इसे अगली पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे ताकि इस फर्नीचर का वैल्यू जस का तस बना रहे. वहीं इस फर्नीचर की सबसे बड़ा खासियत ये है कि ये पूरा तरह से प्राकृतिक है. पर्यावरण को इससे किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. समय के साथ इसके कारीगर भी खुद को अपडेट कर रह इसकी डिजाइन को और खूबसूरत बनाकर लोगों को पारंपरिक के साथ स्टाइलिस फर्नीचर देने का काम कर रहे हैं.

Location :

Bharatpur,Rajasthan

First Published :

February 25, 2025, 16:46 IST

homerajasthan

मजबूत लकड़ी से नहीं… बेजान घास से बनाते हैं ‘लोहे’ जैसा फर्नीचर

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj