Success story : किसान की बेटी बनी अफसर! मां के संघर्ष और बहन की प्रेरणा से निशा ने RAS में रचा इतिहास

Last Updated:October 18, 2025, 18:30 IST
Success story : अजमेर की निशा चौधरी ने RAS 2023 परीक्षा में 269वीं रैंक हासिल कर मिसाल कायम की. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली निशा ने पिता के निधन के बाद मां के संघर्ष को प्रेरणा बनाया. ग्राम विकास अधिकारी की नौकरी के साथ तैयारी कर उन्होंने साबित किया कि हौसला और मेहनत से हर सपना सच हो सकता है.
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अजमेर : राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (RAS) 2023 के फाइनल परिणाम में अजमेर जिले की बेटी निशा चौधरी ने 269वीं रैंक हासिल कर परिवार और जिले का नाम गर्व से ऊंचा किया है. निशा की सफलता की कहानी संघर्ष, समर्पण और आत्मविश्वास का प्रेरणादायी उदाहरण है.
निशा एक साधारण किसान परिवार से आती हैं. उनके पिता का देहांत बहुत पहले हो गया था. पिता के निधन के बाद परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी मां के कंधों पर आ गई. उन्होंने खेती-बाड़ी और पशुपालन करके परिवार का भरण-पोषण किया. निशा बताती हैं कि जब वे अपनी मां को खेतों में मेहनत करते हुए देखती थीं, तो मन में ठान लिया था कि उन्हें कुछ बड़ा करना है ताकि मां के संघर्षों को सार्थक बना सकें.
वर्तमान में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के पद पर कार्यरत हैंनिशा ने आगे बताया कि वह वर्तमान में ब्यावर में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने लगन और अनुशासन के साथ आरएएस परीक्षा की तैयारी की है उनका यह दूसरा प्रयास था. वह बताती हैं कि अपनी ग्राम विकास अधिकारी (VDO) की जॉब के साथ सुबह और शाम को पढ़ाई करती थी, शनिवार और रविवार का पूरा दिन उन्हें पढ़ाई के लिए मिलता था. निशा आगे बताती हैं कि उन्हें इस परीक्षा की तैयारी में उनकी बड़ी बहन ने हर कदम पर मार्गदर्शन दिया. बहन की प्रेरणा और सहयोग ने ही उन्हें इस मुकाम तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाई.
मां ने अथक परिश्रम से पढ़ाया-लिखायानिशा ने आगे बताया कि पिता की मृत्यु के बाद घर की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर थी. मां ने अपने अथक परिश्रम से उन्हें व उनके भाई बहन को पढ़ाया-लिखाया, और जब बड़ी बहन की सरकारी नौकरी लगी तो घर की स्थिति कुछ सुधरी. बड़ी बहन ने छोटे भाई-बहनों की पढ़ाई में हरसंभव मदद की.
एक दिन बच्चे भी बड़े अधिकारी बनेनिशा की मां ने न्यूज 18 Local को बताया कि पति की मृत्यु के बाद से ही उनके बच्चे काफी मन लगाकर पढ़ाई करते थे और जब वह बच्चों को पढ़ाई करते देखती थी तो मन में बस यही आता था कि एक दिन उनके बच्चे भी बड़े अधिकारी बने और परिवार का नाम रोशन करें. आज वह बहुत खुश है कि उनकी बेटी आरएएस अधिकारी बनी है.
रुपेश कुमार जायसवाल ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के ज़ाकिर हुसैन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस और इंग्लिश में बीए किया है. टीवी और रेडियो जर्नलिज़्म में पोस्ट ग्रेजुएट भी हैं. फिलहाल नेटवर्क18 से जुड़े हैं. खाली समय में उन…और पढ़ें
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Location :
Ajmer,Rajasthan
First Published :
October 18, 2025, 18:30 IST
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किसान की बेटी निशा बनी अफसर, मां के संघर्ष और बहन की प्रेरणा से रचा इतिहास