Success Story: IIT, IIM से पढ़ाई, छोड़ दी विदेश की नौकरी, शादी के 9वें दिन बने IAS
Success Story, Gaurav Agarwal IAS: जयपुर का रहने वाला एक लड़का पढ़ाई-लिखाई में बहुत होशियार था. उसने न सिर्फ जेईई, कैट रिजल्ट में टॉपर्स में जगह बनाई, बल्कि यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया लेवल पर भी टॉप किया (UPSC Topper). हम बात कर रहे हैं आईएएस गौरव अग्रवाल की, जिनकी लाइफ स्टोरी किसी के लिए भी प्रेरणा बन सकती है.
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Gaurav Agarwal IAS Success Story: आईएएस गौरव अग्रवाल पिंक सिटी यानी जयपुर के रहने वाले हैं. उन्होंने कम उम्र में देश की तीन सबसे कठिन परीक्षाएं पास कर अपने परिवार का नाम रौशन किया था. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गौरव ने सिर्फ 16 साल की उम्र में जेईई परीक्षा पास कर ली थी. जेईई मेंस 2001 में गौरव ने 45वीं रैंक हासिल की थी (JEE Mains Result). उन्होंने 2005 में आईआईटी कानपुर से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया था.
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Gaurav Agarwal IAS Education: गौरव अग्रवाल पढ़ाई में बहुत होशियार थे. लेकिन आईआईटी कानपुर में एडमिशन लेने के बाद उनका ध्यान थोड़ा भटक गया था (IIT Kanpur). वह बीटेक के कई विषयों में फेल हो गए थे. इस वजह से उन्हें बैक पेपर देने पड़े थे. इसमें उनका एक साल बर्बाद हो गया था. फिर 2005 में उन्होंने दूसरी कठिन परीक्षा यानी कैट में 99.94 परसेंटाइल हासिल किया था (CAT Exam). इससे उन्हें आईआईएम लखनऊ में एडमिशन मिल गया था (IIM Lucknow).
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Gaurav Agarwal UPSC Rank: एमबीए की डिग्री मिलने के बाद गौरव अग्रवाल ने हांगकांग में बतौर इन्वेस्टमेंट बैंकर नौकरी शुरू की थी. लेकिन उसमें उनका मन नहीं लगा. फिर उन्होंने भारत आकर यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. अपने पहले ही अटेंप्ट में वह आईपीएस ऑफिसर बन गए थे. हैदराबाद में उनकी ट्रेनिंग भी शुरू हो गई थी. लेकिन वह अभी भी खास संतुष्ट नहीं थे और इसीलिए उन्होंने 2013 में यूपीएससी परीक्षा का दूसरा अटेंप्ट दिया था.
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Gaurav Agarwal IAS Wife: 2013 में यूपीएससी रिजल्ट जारी होने से पहले गौरव की शादी हो गई थी. शादी के 9वें दिन उन्होंने अपनी पत्नी को कॉल कर कहा- ओ यार प्रीति मैंने तो टॉप कर दिया. आखिरकार गौरव का सपना पूरा हो गया था और वह फर्स्ट रैंक के साथ आईएएस ऑफिसर बन गए थे. उनकी पत्नी डॉ. प्रीति ने निम्स मेडिकल कॉलेज से पीजी किया है. सभी को गौरव के चयन की पूरी उम्मीद थी लेकिन टॉपर होने का अंदाजा नहीं था.