Success Story : ये हैं पुलिस वाली दीदी, 3 की उम्र में हो गई शादी, 19 में बनीं कांस्टेबल, कैंसर को भी हराया

Last Updated:April 01, 2025, 13:16 IST
Success Story : राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल सुनीता चौधरी के जज्बे की कहानी अद्भुत है. तीन साल की उम्र में बाल विवाह हुआ. फिर 19 साल की उम्र में पुलिस कांस्टेबल बनीं. कुछ ही समय बाद कैंसर हो गया. इसे भी शिकस्त द…और पढ़ें
Success Story : सुनीता को लोग पुलिस वाली दीदी कहते हैं.
हाइलाइट्स
सुनीता चौधरी 19 साल की उम्र में पुलिस कांस्टेबल बनीं.सुनीता ने कैंसर को मात देकर ड्यूटी पर वापसी की.सुनीता अब ड्यूटी के साथ सोशल वर्क भी कर रही हैं.
Success Story : जज्बे और जिद की कहानियां तो आपने कई पढ़ी और सुनी होगी. लेकिन राजस्थान की रहने वाली सुनीता चौधरी जैसी शायद नहीं. राजस्थान के एक छोटे से गांव की रहने वाली सुनीता की महज तीन साल की उम्र में शादी हो गई थी. लेकिन उनका ख्वाब पढ़ाई करने का था. उन्होंने बाल विवाह की बेड़ियों से निकलकर पढ़ाई की और फिर कांस्टेबल बनकर एक मिसाल कायम की. आज उन्हें राजस्थान के थार में लोग पुलिस वाली दीदी के नाम से जानते हैं.
सुनीता की जब महज तीन साल की उम्र में शादी हुई थी, तो उन्हें यह भी नहीं पता था कि उनके साथ क्या हुआ है. ‘बेटर इंडिया’ के अनुसार, सुनीता को उनके ससुराल वाले 18 साल की उम्र में ले जाने वाले थे. लेकिन उससे बहुत पहले पांच साल की उम्र में ही सुनीता ने अपने पिता से विनती की कि मुझे पढ़-लिखकर ऑफिसर बनना है. पिता भी समाज की रूढ़ियों को धता बताते हुए बेटी को पढ़ाने के लिए राजी हो गए.
दिन में किया खेतों में काम, रात को पढ़ाई
सुनीता ने दिन में खेत का काम संभाला और रात को ढिबरी की रोशनी में पढ़ाई की. वह मिडिल स्कूल के लिए रोजाना छह किलोमीटर दूर पैदल जाती थीं. रिपोर्ट्स के अनुसार, जब वह इतनी दूर पढ़ने जाती थीं तो गांव के लोग कहते थे, ”ओ सुनीता, काहे पढ़ रही हो? कौनो पढ़ी-लिखी बहू नहीं चाहे है. बेकार है सब…”. 10वीं की परीक्षा बहुत अच्छे अंक से पास करके वह आगे की पढ़ाई के लिए शहर चली गईं. एक दिन पता चला कि पुलिस कांस्टेबल की भर्ती निकली है. उन्होंने बिना सोचे-समझे आवेदन कर दिया. उनके जज्बे का नतीजा ये रहा कि वह परीक्षा पास करने वाले 50 उम्मीदवारों में से इकलौती लड़की थीं.
नौ महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद सुनीता 19 साल की उम्र में अपने गांव की पहली महिला पुलिस कांस्टेबल बन गईं. वर्दी पहनकर जब वह गांव पहुंचीं तो लोगों की आंखें खुली की खुली रह गईं. यहीं से उन्हें नाम मिला पुलिस वाली दीदी.
सुनीता ने कैंसर को भी हराया
पुलिस कांस्टेबल बनने के कुछ ही दिन बाद सुनीता को ओवरी में स्टेज-2 कैंसर का पता चला. छह महीने तक वह कीमोथेरेपी से गुजरी और उनके सारे बाल गिर गए. उनका वजन सिर्फ 35 किलोग्राम रह गया. लेकिन इसे मात देकर वह दोबारा ड्यूटी पर लौटीं.
ड्यूटी के साथ कर रहीं सोशल वर्क
सुनीता अब ड्यूटी के साथ सोशल वर्क भी कर रही हैं. वह ड्यूटी के बाद स्कूलों में जाकर बच्चों को गुड टच-बैड टच, सड़क सुरक्षा और सेल्फ डिफेंस के बारे में ट्रेनिंग देती हैं. उनकी गर्मजोशी और समर्पण ने उन्हें पुलिस वाली दीदी के नाम से मशहूर कर दिया है.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
April 01, 2025, 13:16 IST
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ये हैं पुलिस वाली दीदी, 3 की उम्र में हो गई शादी, 19 में बनीं कांस्टेबल