Success Story: फोन से बनाई दूरी, लेक्चरर मां ने छुट्टी और पिता ने लिया ट्रांसफर, जेईई मेन के दोनों सेशन में बन गए टॉपर

Last Updated:April 19, 2025, 15:49 IST
Om Prakash Behera Success Story: एनटीए ने देर रात जेईई मेन रिजल्ट 2025 जारी कर लाखों स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म कर दिया. इस साल ओडिशा के रहने वाले ओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन परीक्षा में टॉप किया है. यह सफलता हास…और पढ़ें
Om Prakash Behera Success Story: ओमप्रकाश बेहरा ने दोनों सेशन में टॉप किया
हाइलाइट्स
ओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन में टॉप किया.माता-पिता ने बेटे की पढ़ाई के लिए कई त्याग किए.फोन और सोशल मीडिया से बनाई दूरी.
कोटा (Om Prakash Behera Success Story). रिपोर्टर- हिमांशु मित्तल जेईई मेन रिजल्ट 2025 में 24 स्टूडेंट्स ने 100 परसेंटाइल स्कोर किया है. जेईई मेन के इन टॉपर्स में सबसे ज्यादा चर्चा ओमप्रकाश बेहरा की हो रही है. इन्होंने 300 में से 300 अंक हासिल कर नया कीर्तिमान रच दिया है. ओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन सेशन 1 और सेशन 2, दोनों परीक्षाओं में फुल मार्क्स और रैंक 1 हासिल कर बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. उनकी इस सफलता के पीछे उनके साथ ही उनके माता-पिता का संघर्ष भी है.
ओमप्रकाश बेहरा मूल रूप से ओडिशा के भुवनेश्वर के रहने वाले हैं. उन्होंने कोटा में रहकर जेईई परीक्षा की तैयारी की. उनके पिता कमलकांत बेहरा ओडिशा प्रशासनिक सेवा में अफसर हैं और मां स्मिता रानी बेहरा एक कॉलेज में लेक्चरर हैं. 12 जनवरी 2008 को जन्मे ओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन में टॉप किया है (JEE Main Topper 2025). दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल, जेईई मेन की तैयारी के लिए उन्होंने फोन और सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी.
JEE Main Result 2025: बेटे के लिए माता-पिता का संघर्षजेईई मेन टॉपर ओमप्रकाश बेहरा की सफलता में उनकी मेहनत के साथ-साथ माता-पिता का समर्पण भी शामिल है. ओमप्रकाश के पिता ने डेपुटेशन पर खुद का ट्रांसफर दिल्ली कराया. इससे बेटे की देखभाल के लिए कोटा आना-जाना आसान हो गया. वहीं, ओमप्रकाश की मां स्मिता रानी (जोकि ओडिशा में कॉलेज लेक्चरर हैं) ने बेटे को पढ़ाई के दौरान बेहतर केयर देने के लिए अपनी नौकरी से ब्रेक ले लिया. वह 3 सालों से ओमप्रकाश के साथ कोटा में रह रही हैं.
JEE Main Topper Story: 10वीं के बाद बना करियर प्लानओमप्रकाश बेहरा ने जेईई मेन अप्रैल सेशन में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल कर देश में टॉप किया है. इससे पहले उन्होंने जेईई मेन जनवरी सेशन में भी परफेक्ट स्कोर यानी 300 में से 300 अंक हासिल किए थे. ओमप्रकाश ने बताया कि वह इंजीनियर तो बनना चाहते थे लेकिन 10वीं क्लास तक उन्हें यह नहीं पता था कि इसके लिए क्या करना पड़ता है. जेईई जैसा भी कोई एग्जाम होता है, इसकी जानकारी नहीं थी. भुवनेश्वर में पढ़ाई के दौरान टीचर्स ने उन्हें इस परीक्षा और कोटा में तैयारी के लिए मोटिवेट किया.
JEE Mains Result: हर टेस्ट को किया एनालाइजजेईई टॉपर ओमप्रकाश बेहरा ने इंटरव्यू के दौरान बताया कि पहले जेईई मेन और अब एडवांस्ड की तैयारी के लिए वह टीचर्स की गाइडलाइंस फॉलो कर रहे हैं. जेईई मेन के लिए उन्होंने एनसीईआरटी सिलेबस पर फोकस किया था. वीकली टेस्ट में मार्क्स का ग्राफ कम-ज्यादा होता रहता था लेकिन वह अपना बेस्ट देने की कोशिश करते रहे. हर टेस्ट के बाद सेल्फ एनालिसिस करके अपनी गलतियां चेक करते थे. फिर अगले टेस्ट में उन गलतियों से बचने की कोशिश करते थे.
Motivational Story: फोन और सोशल मीडिया से दूरीओमप्रकाश बेहरा का सक्सेस फंडा यही है कि वह जो हो चुका है, उस पर ध्यान देने के बजाय, जो हो रहा है, उस पर ध्यान देते हैं. उनके पास फोन नहीं है क्योंकि उनका मानना है कि इससे ध्यान भटकता है. ओमप्रकाश फिलहाल जेईई एडवांस्ड की तैयारी में जुटे हुए हैं. वह हर दिन लगभग 8 से 9 घंटे सेल्फ स्टडी करते हैं. उनका लक्ष्य आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना है. उन्होंने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे. ओमप्रकाश को नॉवेल्स पढ़ना पसंद है.
First Published :
April 19, 2025, 15:49 IST
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फोन से बनाई दूरी, लेक्चरर मां ने ली छुट्टी, JEE मेन के दोनों सेशन में बने टॉपर