Business

सुकन्या समृद्धि योजना: बेटी के नाम पर खुलवाएं ये खाता, बनेगी पढ़ाई और शादी की मजबूत फाउंडेशन

नई दिल्ली. अगर आप एक बेटी के माता-पिता हैं, तो ये खबर खास आपके लिए है. सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) आपकी बेटी के भविष्य को सुरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका बनती जा रही है. इस योजना का मकसद बेटियों की पढ़ाई और शादी जैसे अहम खर्चों को आसान बनाना है, वो भी टैक्स छूट और अच्छा ब्याज दर के साथ.

क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?सुकन्या समृद्धि योजना एक छोटी बचत स्कीम है, जिसे भारत सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू किया था. इस योजना के तहत, अगर आपकी बेटी की उम्र 10 साल से कम है, तो आप उसके नाम पर पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक में एक खाता खोल सकते हैं.

योजना की खास बातें
ब्याज दर: अभी इस योजना पर 8.2% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य सेविंग स्कीम से कहीं ज्यादा है.
न्यूनतम निवेश: साल में सिर्फ ₹250 से खाता शुरू किया जा सकता है.
अधिकतम निवेश: एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम ₹1.5 लाख जमा किए जा सकते हैं.
निवेश की अवधि: खाते में पैसे 15 साल तक जमा करने होते हैं, लेकिन मैच्योरिटी 21 साल में होती है.
टैक्स छूट: इस योजना में निवेश करने पर आपको 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है और मैच्योरिटी पर मिलने वाला पैसा भी पूरी तरह टैक्स फ्री होता है.

कैसे और कहां खोलें खाता?सुकन्या समृद्धि खाता आप पोस्ट ऑफिस, SBI, PNB, Bank of Baroda जैसी सरकारी बैंकों और कुछ प्राइवेट बैंकों में भी खोल सकते हैं. जरूरी दस्तावेजों में बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता की पहचान और पते का प्रमाण लगेगा.

पढ़ाई और शादी में मदद कैसे करेगा?
जब बेटी 18 साल की हो जाती है, तब आप इस खाते से उसकी पढ़ाई के लिए आंशिक निकासी (partial withdrawal) कर सकते हैं. बाकी बचा पैसा बेटी के 21 साल की उम्र में मैच्योर हो जाता है, जिसे शादी या आगे की पढ़ाई में इस्तेमाल किया जा सकता है.

क्यों जरूरी है यह योजना?भारत में आज भी बेटियों की पढ़ाई और शादी को लेकर आर्थिक चिंता बनी रहती है. सुकन्या समृद्धि योजना न सिर्फ एक सुरक्षित निवेश है, बल्कि यह एक प्यार और जिम्मेदारी का प्रतीक भी है, जो हर माता-पिता अपनी बेटी के लिए दिखाना चाहते हैं.

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj