रकबर खान मॉब लिंचिंग केस में वीएचपी नेता नवल किशोर शर्मा गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा 10 दिन की पुलिस हिरासत में


रकबर खान मॉब लिंचिंग केस में चार आरोपी पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं. (सांकेतिक तस्वीर)
इस मामले में परमजीत सिंह, नरेश शर्मा, विजय कुमार और धर्मेन्द्र यादव के खिलाफ पुलिस ने 2019 में आरोप पत्र दाखिल किया था. अलवर एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया कि वीएचपी नेता नवल किशोर शर्मा की गिरफ्तारी रामगढ़ पुलिस ने की है.
जयपुर. राजस्थान (Rajasthan) के अलवर जिले (Alwar District) में विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के नेता नवल किशोर शर्मा (Naval Kishore Sharma) गिरफ्तार कर लिए गए. उनकी गिरफ्तारी हत्या के एक मामले में हुई है. यह वारदात 3 साल पहले रामगढ़ में हुई थी. यहां 3 साल पहले रकबर ऊर्फ अकबर (28) की हत्या कथित रूप से पीट-पीटकर गो-रक्षकों ने कर दी थी. पुलिस ने लावंडी गांव में 20 जुलाई 2018 को हुई वारदात के सिलसिले में यह पांचवीं गिरफ्तारी की है.
इस मामले के 4 आरोपी पहले हो चुके हैं गिरफ्तार
इस मामले में शामिल 4 आरोपियों परमजीत सिंह, नरेश शर्मा, विजय कुमार और धर्मेन्द्र यादव के खिलाफ पुलिस ने 2019 में आरोप पत्र दाखिल किया था. अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि वीएचपी नेता की गिरफ्तारी रामगढ़ पुलिस ने तीन-चार दिन पहले की थी. मामले की जांच कर रहे सहायक पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमन मीणा ने बताया कि नवल किशोर शर्मा की गिरफ्तारी उन्हीं आरोपों के तहत की गई है, जिनमें पहले चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस ने नवल किशोर शर्मा को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 304 (गैर इरादतन हत्या) सहित अन्य धाराओं के तहत गिरफ्तार किया है और उन्हें अदालत में पेश कर 10 दिन की पुलिस हिरासत ले लिया है. अब उनसे पूछताछ की जा रही है.
परिजनों की प्राथमिकी में वीएचपी नेता नवल किशोर शर्मा आरोपीरकबर के परिजनों की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में शर्मा आरोपी हैं. आरोप है कि रामगढ़ के गोरक्षा प्रकोष्ठ के प्रमुख शर्मा ने खान की पीट-पीटकर हत्या करने वाली भीड़ की अगुवाई की थी. विशेष लोक अभियोजक अशोक कुमार शर्मा ने बताया कि नवल किशोर शर्मा की टेलीफोन पर हुई बातचीत की काफी पहले से जांच की जा रही थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि नवल किशोर शर्मा ने यह दर्शाने की कोशिश की कि वे पुलिस की मदद कर रहे हैं, लेकिन वह आपराधिक षडयंत्र का हिस्सा था.
यह था पूरा मामला
अलवर के रामगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र में 20 जुलाई 2018 को रकबर ऊर्फ अकबर और उसके दोस्त असलम की गो तस्करी के संदेह में भीड़ ने बुरी तरह पिटाई की थी, जिसमें अलसम किसी तरह बचकर निकल गए थे, लेकिन पिटाई में गंभीर रूप से घायल हुए रकबर ऊर्फ अकबर की अलवर के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. रकबर और उसके दोस्त असलम ने लाडपुरा गांव से गायों की कथित खरीदारी की थी और वे उन्हें लेकर लालवंडी से होकर हरियाणा में अपने गांव जा रहे थे. उसी दौरान आरोपियों ने उनपर हमला कर दिया था.