Rajasthan

Sweet and strong watermelon of Kannauj arrived in Karauli, creating a buzz on the footpaths with its excellent taste – हिंदी

मोहित शर्मा/करौली. गर्मी के मौसम में आने वाला ये खास फल ऐसा है. जिसका स्वाद लेना इस चिलचिलाती गर्मी में हर किसी को पसंद होता है. हम बात कर रहें है तरबूज की. राजस्थान के करौली में यह तरबूज इन दिनों सड़क के किनारे ही अपने स्वाद का धमाल मचा रहा है. करौली में इन दिनों कन्नौज के तरबूज की भारी आवक हो रही है. अच्छी आवक के साथ यह तरबूज शहर के चौराहों और सड़कों के किनारे भारी मात्रा में भी बिक रहा है. भीषण गर्मी पड़ने के कारण लोग इस तरबूज को भारी मात्रा में खरीद रहे हैं. कन्नौज के इस तरबूज का स्वाद भी लाजवाब होने के कारण करौली शहर में रोजाना इसकी 3 टन की खपत हो रही है. सुबह से लेकर देर रात तक लोग कन्नौज के तरबूज को रोड किनारे खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं.

व्यापारी विश्राम सैनी ने बताया कि वह कन्नौज के इस तरबूज को लगभग 18 साल से बेचते आ रहे हैं. इसकी मुख्य खासियत है कि यह स्वाद में बहुत मीठा होता है. सैनी का कहना है कि लोग भी इस तरबूज को बहुत ज्यादा पसंद कर रहे हैं. रोजाना हमारे यहां 30 से 35 हजार का तरबूज बिक रहा है. व्यापारी विश्राम सैनी का कहना है कि ये अंदर के एकदम लाल होता है और इसका स्वाद भी लाजवाब होता है इसलिए लोग इसे खूब पसंद कर रहे है. रोजाना हमारे यहां इसकी 3 टन की खपत हो रही है.

यह भी पढ़ें- घर में लगाएं ये पौधे, दवाइयों का है भंडार, आसपास नहीं भटकेगी बीमारी, किडनी, कैंसर, जोड़ों के दर्द में रामबाण

2 वैरायटियों में आ रहा यह तरबूजसैनी के मुताबिक कन्नौज के इस तरबूज की आवक करौली में 5 दिन पहले ही शुरू हुई है. उनका कहना है कि 5 दिन से वह इस तरबूज को बेच रहे है. कन्नौज से इस तरबूज की करौली में दो वैरायटी आ रही है. जिसमें एक काला और दूसरा हरा धारदार तरबूज है. व्यापारी विश्राम सैनी का कहना है कि इसकी दोनों वैरायटी को करौली वाले बराबर पसंद कर रहे हैं. करीब 2 महीने तक कन्नौज का यह तरबूज बाजार में चलता है.

Tags: Food, Fruits, Karauli news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : May 13, 2024, 18:17 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj