Petrol Pump Strike Now A Month Later – petrol pump strike: पेट्रोल पंप हड़ताल अब एक माह बाद

राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ( Rajasthan Petroleum Dealers Association ) और राज्य सरकार में सहमति बनने से 25 अप्रेल से प्रस्तावित हड़ताल अब एक माह के लि टाल दी गई है। एसोसिएशन के अनुसार 10 में से 8 मांगों पर सरकार और पेट्रोल पंप डीलर्स एसो. ( petrol pump dealers ) में सहमति बन गई है, हालांकि वैट ( Vat ) कम किए जाने की मांग पर अब भी कोई सहमति नहीं बनी है।

जयपुर। राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन और राज्य सरकार में सहमति बनने से 25 अप्रेल से प्रस्तावित हड़ताल अब एक माह के लि टाल दी गई है। एसोसिएशन के अनुसार 10 में से 8 मांगों पर सरकार और पेट्रोल पंप डीलर्स एसो. में सहमति बन गई है, हालांकि वैट कम किए जाने की मांग पर अब भी कोई सहमति नहीं बनी है। पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ने कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए यह निर्णय लिया है कि राज्य के पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। एसोसिएशन के अनुसार पेट्रोल पंप 24 घंटे खुले रहने को लेकर गुरुवार को राज्य सरकार आदेश जारी कर सकती है।
बता दें कि राजस्थान सरकार की ओर से पेट्रोल-डीजल पर की गई अप्रत्याशित वैट वृद्धि के विरोध में 10 अप्रेल को पेट्रोल पंपों ने एक दिन की हड़ताल रखी थी, और एसोसिएशन ने सरकार की ओर से मांगे नहीं मानने पर 25 अप्रेल से अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लिया था।
34 प्रतिशत तक पेट्रोल-डीजल की मांग घटी
एसोसिएशन का दावा है कि राज्य में पड़ोसी राज्यों से महंगा पेट्रोल और डीजल होने के कारण प्रदेश में इसकी बिक्री में 34 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है और डीलर्स के साथ सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है। विशेषकर पंजाब के सीमावर्ती जिलों के पेट्रोल पंप ज्यादा प्रभावित हैं। उनकी डीजल की बिक्री 70 प्रतिशत तक गिर गई है।
पड़ोसी राज्यों से 10 रुपए तक महंगा तेल
एसोसिएशन के वैट कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से वेट दरों में वृद्धि के कारण प्रदेश में पेट्रोल, डीजल पड़ोसी राज्यों की तुलना में करीब 5 से 10 रुपए तक महंगा है। ऐसे समय में जब महंगाई से पहले ही जनता की कमर टूट रही है, कमाई कम हो रही हैए तो सरकार को जनता को राहत देना चाहिए।
सरकार नहीं कर रही थी वार्ता
एसोसिएशन का कहना है कि इसके संबंध में आरपीडीए की ओर से मुख्यमंत्री सहित सभी संबंधित अधिकारियों को इसके संबंध में ज्ञापन देकर राजस्थान में वैट पंजाब के समान करने की मांगी की गई थी और वार्ता के लिए समय भी मांगा था। परन्तु सरकार द्वारा इसके संबंध में कोई भी सकारात्मक कदम उठाया गया था।
दो साल में दस फीसदी बढ़ाया वैट
एसोसिशन ने कहा कि जब से राज्य में नवीन सरकार बनी है तब से लेकर लेकर करीब दो साल की अवधि में अब तक राज्य सरकार ने पेट्रोल पर वैट 26 प्रतिशत से बढ़ाकर 38 प्रतिशत और डीजल पर 18 से बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया है । इस प्रकार डीजल पर कुल 10 एवं पेट्रोल पर कुल 12 प्रतिशत की वृद्वि की गई, इसमें भी पेट्रोल पर 8 एवं डीजल पर 6 प्रतिशत की वैट वृद्धि केवल कोराना काल में की गई। हालांकि राज्य सरकार ने 28 जनवरी को जनता को कुछ राहत देते हुए पेट्रोल एवं डीजल पर 2 प्रतिशत वैट कम किया है।