Rajasthan

बारिश से थार का अनार पड़ा बीमार, किसान लट और टिकड़ी रोग से ऐसे करें बचाव-how-to-prevent-pomegranate-from-mite-and-tick-disease-know-experts-advice

बाड़मेर. पश्चिम राजस्थान में बारिश से थार का अनार बीमार पड़ गया है. बालोतरा के समदड़ी, पादरू, बुड़ीवाड़ा, गुड़ामालानी में अनार की बंपर पैदावार होती है. अनार के पौधों में लट व टिकड़ी रोग लगने से किसान इन दिनों क्लोरो, इमामेक्टिव व फनीसाइड का छिड़काव करने में लगे हुए हैं. गत साल पकने की कगार पर तैयार अनार में टिकड़ी रोग लगने से खेतों में खड़ी 60 फीसदी फसलें बर्बाद होने से किसानों को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा था.

गत साल की तरह इस साल भी सरहदी बाड़मेर जिले में अनार के पौधों पर अच्छी फसल लगने से किसान बंपर पैदावार को लेकर उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन फसल के पकने की कगार पर पहुंचते ही टिकड़ी रोग का प्रकोप शुरू हो गया है. इससे बचाव को लेकर किसानों ने दवाइयों का छिड़काव करना शुरू कर दिया है. वहीं उद्यानिकी विभाग ने भी अनार में हुए खराबे को लेकर एहतियात बरतते हुए नीम ऑयल स्प्रे करने की सलाह दी है.

इन दिनों किसान परिवार फसलों पर स्प्रे करने में जुटे हुए हैं, इससे अनार के पौधों पर पते व फूल झड़कर नए लगने शुरू हो गए हैं. अनार में लट का प्रकोप होने पर क्लोरो-50, इमामेक्टिव का छिड़काव किया जा रहा है वहीं फफूंदनाशक के लिए फनीसाइड स्प्रे,नीम ऑयल का छिड़काव किया जा रहा हैं.

अनार के रोग कई जीवाणु व कवकों के कारण होते है. बाड़मेर उद्यानिकी विभाग के उपनिदेशक बनवारीलाल ने लोकल18 से बातचीत करते हुए कहा कि सर्कोस्पोरा रोग में अनार की पत्तियों और फलों पर हल्के भूरे रंग के धब्बे, जो बड़े होकर आपस में मिलकर फलों पर बड़े काले धब्बे बनाते हैं. टहनियों पर काले अण्डाकार धब्बे दिखाई देते हैं और उभरे हुए किनारों के साथ चपटे और दबे हुए हो जाते हैं. संक्रमित टहनियां सूख जाती हैं और मर जाती हैं. ऐसे में किसानों को रोगग्रस्त फलों को हटाकर नष्ट कर देना चाहिए. इसके साथ ही संक्रमित टहनियों और शाखाओं को काटकर अलग कर देना चाहिए.

सर्वाहारी पत्ती लपेटक प्लैटिनोटा स्टल्टाना रोग में लार्वा फलों की सतह पर मौजूद खांचों को तोड़कर फलों में प्रवेश करते है. खास तौर पर जहां दो फल एक दूसरे को छूते हैं. इससे फलों में सुरंग बन जाती है और फल सड़ जाते है. गौरतलब है कि सरहदी बाड़मेर जिले में बीते 14 सालों में 14 हजार हैक्टेयर में अनार की खेती की जा रही है. इससे सालाना अरबो रुपयों का व्यवसाय होता है. थार का अनार अमेरिका, न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया, मलेशिया सहित अन्य विदेशों में इसकी जबरदस्त डिमांड रहती है.

Tags: Barmer news, Local18, Rajasthan news

FIRST PUBLISHED : September 11, 2024, 17:41 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj