अलवर पुलिस-IIT मद्रास का ऐप सड़क हादसों की रोकथाम के लिए

अलवर. जिले में सड़क हादसों में हर साल कई लोगों की जान जाती है, लेकिन अब इन हादसों को कम करने के लिए अलवर पुलिस ने एक नया प्रयास शुरू किया है. जिला पुलिस ने IIT मद्रास के सहयोग से एक खास प्रोजेक्ट शुरू किया है, जिससे सड़क हादसों पर रोक लगाई जा सके. पुलिस ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का नाम ‘फील्ड परसेप्शन सर्वे’ (FPS) है.
इस प्रोजेक्ट के तहत जिले के प्रत्येक थाना क्षेत्र के पुलिसकर्मी ब्लैक स्पॉट और खतरनाक स्थानों की जानकारी एक मोबाइल ऐप के जरिए अपलोड करेंगे. इससे संबंधित विभागों तक सभी जानकारी पहुंच जाएगी, और तुरंत सुधार किया जाएगा. इस प्रकार, अलवर जिला राजस्थान का चौथा जिला बन गया है, जहां यह नया सुरक्षा मॉडल लागू किया गया है. इससे पहले यह प्रोजेक्ट अजमेर, बीकानेर और जयपुर में लागू किया गया था.
विभिन्न राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत होगा लागू
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शरण कांबले ने बताया कि IIT मद्रास द्वारा की गई रिसर्च के आधार पर फील्ड परसेप्शन सर्वे (FPS) नामक एक ऐप बनाया गया है, जिसे विभिन्न राज्यों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू किया जा रहा है. अलवर में भी इस ऐप को लागू किया जा रहा है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से, जब सड़क हादसा होता है और एफआईआर दर्ज की जाती है, तो जांच अधिकारी घटनास्थल पर जाकर विवरण भरेंगे. यह प्रक्रिया केवल तब होगी जब रोड एक्सीडेंट हुआ हो और थाने में एफआईआर दर्ज की गई हो. उन्होंने कहा कि सड़क पर घास उग आना, कट होना, फुटपाथ की कमी, और ब्लैक स्पॉट जैसी स्थितियां दुर्घटनाओं की संभावना को बढ़ाती हैं. इन सभी बिंदुओं को इस ऐप के माध्यम से समझा जा सकता है. ऐप की यूजर आईडी और पासवर्ड प्रत्येक थाने को दिए जाएंगे, और थाना अधिकारी अपने क्षेत्र में ऐसे स्थानों की पहचान करेंगे जहां हादसों की संभावना अधिक हो. इसके लिए वे एक पुलिसकर्मी को नियुक्त करेंगे, जो घटना स्थल पर जाकर ऐप पर विवरण अपलोड करेगा। इससे सुधारात्मक कार्रवाई की जा सकेगी और दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा.
अपलोड किया गया विवरण PWD, सड़क संबंधित एजेंसियों, ग्राम पंचायत आदि के डैशबोर्ड पर दिखेगा, ताकि संबंधित अधिकारी समय रहते सुधारात्मक कदम उठा सकें और सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके. अलवर जिले में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए पुलिस अब IIT मद्रास द्वारा विकसित ‘फील्ड परसेप्शन सर्वे’ ऐप की मदद लेगी. इस ऐप के माध्यम से पुलिस टीम दुर्घटनाओं के संभावित स्थानों (ब्लैक स्पॉट) पर निरीक्षण करेगी. निरीक्षण के दौरान सड़क की चौड़ाई, वाहन गति सीमा, साइन बोर्ड की उपलब्धता, सुरक्षा अवरोधों की स्थिति और अन्य आवश्यक जानकारियां एकत्र की जाएंगी, ताकि सड़क सुरक्षा में सुधार किया जा सके.
अलवर-भिवाड़ी मेगा हाईवे पर ब्लैक स्पॉट्स
सार्वजनिक निर्माण विभाग के अनुसार, अलवर–भिवाड़ी मेगा हाईवे संख्या 25 पर कई स्थानों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है. इनमें अलवर शहर का सूर्य नगर मोड़, चिकनी, तिजारा के पास पलाडिया शाहाबाद, टपूकड़ा का मशीत मोड़, और किशनगढ़बास के मीठीयावास, चामरोदा और घाटा बंबोरा शामिल हैं.



