Rajasthan

Physical Teacher# | Physical Teacher: बजट में पद बढ़ा कर भर्ती करने की मांग कर रहे युवा

नई शिक्षा नीति के तहत भी शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य विषय का दर्जा मिल चुका है। दिल्ली में प्राथमिक विद्यालय और बिहार में भी सभी विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक का पद स्वीकृत कर दिए गए हैं, जबकि राजस्थान में हालात ऐसे हैं कि छह यहां स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के छह हजार से अधिक पद रिक्त हैं। ऐसे में अब शारीरिक शिक्षक भर्ती की योग्यता रखने वाले बेरोजगार पदों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।

जयपुर

Published: February 04, 2022 11:27:34 pm

शारीरिक शिक्षक: 8 साल बाद निकली भर्ती 922 पदों की भर्ती
जरूरत 6 हजार से अधिक की
बजट में भर्ती की घोषणा करने की मांग कर रहे युवा
जयपुर।
नई शिक्षा नीति के तहत भी शारीरिक शिक्षा को अनिवार्य विषय का दर्जा मिल चुका है। दिल्ली में प्राथमिक विद्यालय और बिहार में भी सभी विद्यालयों में शारीरिक शिक्षक का पद स्वीकृत कर दिए गए हैं, जबकि राजस्थान में हालात ऐसे हैं कि छह यहां स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के छह हजार से अधिक पद रिक्त हैं लेकिन सरकार उन्हें भी भरने का नाम नहीं ले रही। ऐसे में डीपीएड, बीपीएड और एमपीएड धारी भर्ती का इंतजार कर हैं जो पूरा नहीं हो रहा। गौरतलब है कि सरकार ने असठ साल के बाद शारीरिक शिक्षकों के पद पर भर्ती की घोषणा करते हुए ढाई माह पहले शिक्षा विभाग में पदों का वर्गीकरण किया लेकिन सैकेंड ग्रेड शारीरिक शिक्षकों के 461 और थर्ड ग्रेड शारीरिक शिक्षकों के भी 461 पदों पर भर्ती की घोषणा की है जबकि विभाग में सैकेंड ग्रेड शारीरिक शिक्षक के 1126 और थर्ड ग्रेड के 5541 पद यानी कुल 6667 रिक्त हैं। ऐसे में अब शारीरिक शिक्षक भर्ती की योग्यता रखने वाले बेरोजगार पदों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
105 विद्यार्थियों पर पीटीआई का पद होगा सृजित
हाल ही में विभाग में स्टाफिंग पैटर्न की समीक्षा की गई। पूर्व में जहां राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 120 विद्यार्थी होने पर ही शारीरिक शिक्षक नियुक्ति होते थे वहां अब स्टाफिंग पैटर्न के चलते 105 विद्यार्थियों का नामांकन होने पर ही स्कूलों में पीटीआई का पद सृजित होगा जिससे 2232 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में पीटीआई की नियुक्ति होगी लेकिन कैसे जबकि अधिकांश स्कूलों में पीटीआई के पद ही रिक्त हैं और पिछले आठ साल से शारीरिक शिक्षकों की भर्ती ही नहीं की गई है। हाल में ही जो भर्ती निकाली है उसमें मात्र 922 पदों पर ही भर्ती की जाएगी।

Physical Teacher:  बजट में पद बढ़ा कर भर्ती करने की मांग कर रहे युवा

Physical Teacher: बजट में पद बढ़ा कर भर्ती करने की मांग कर रहे युवा

पांच हजार पदों पर हो भर्ती
हाल ही में कांग्रेस सरकार ने जिस स्कूल में 105 विद्यार्थी हैं उसमें एक पीटीआई लगाने का निर्णय लिया है। हम पीटीआई भर्ती की मांग को लेकर शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं कि हमारी भर्ती 5000 पदों पर की जाए लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ। पीटीआई बच्चों को अच्छी ट्रेनिंग देते है और उनके स्वास्थ्य में बहुत बड़ा योगदान रहता है।
महिमा नेवारिया बीपीएड प्रशिक्षित,जयपुर
पद बढ़ाए सरकार
शारीरिक शिक्षक भर्ती थर्ड ग्रेड 461 पदों की घोषणा की है जो कम है। एससी, एसटी, ओबीसी जनरल, ईडब्ल्यूएस, एमबीसी,विधवा कोटा विकलांग और भूतपूर्व सैनिक आदि वर्गों में इन पदों का बंटवारा होगा तो बचेगा क्या। ऊपर से सभी भर्तियों में फर्जीवाड़ा देखने को मिल रहा है। सरकार को बजट में 5000 पदों पर भर्ती की घोषणा करनी चाहिए और जल्द ही विज्ञप्ति भी जारी करनी चाहिए ।
सुमेधा फौजदार,बीपीएड प्रशिक्षित,भरतपुर
कर्जा लेकर की पढ़ाई फिर भी नौकरी नहीं
मुझे बीपीएड किए हुए काफी समय हो चुका है। मेरे घर वालों ने कर्जा लेकर मुझे बीपीएड करवाई लेकिन सरकार ने पद भर्ती की घोषणा की है वह सिर्फ नाम की। हम लगातार पद बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं। स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों को शारीरिक शिक्षक नहीं मिल पा रहे हैं इससे उनकी खेल गतिविधियां प्रभावित हो रही हैं दूसरी तरफ स्कूलों में अच्छे खिलाड़ी तैयार नहीं हो पा रहे।
खुशबू लक्सर,बीपीएड प्रशिक्षित, दौसा
बजट में करें पांच हजार पदों पर भर्ती की घोषणा
सरकार के 4 साल कार्यकाल को पूर्ण होने जा रहे हैं। सरकार एक तरफ खेलों को बढ़ावा देने की बात करती है लेकिन स्कूलों में रिक्त पदों पर भर्ती पूरी नहीं कर रही। जबकि शारीरिक शिक्षक पद भी शिक्षा विभाग का अभिन्न अंग हैं। कुछ दिन बाद बजट आने वाला है अगर बजट में पांच हजार पदों पर भर्ती की घोषणा की जाती है तो उसका फायदा विद्यार्थियों और बेरोजगार युवाओं दोनों को होगा।
अजय सिंह मीणा बीपीएड, एमपीएड प्रशिक्षित, अलवर

newsletter

अगली खबर

right-arrow

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj