Rajasthan

Ground Report: सरकार ने घटाया खेती उपकरणों पर GST, किसान बोले- अच्छा कदम लेकिन राहत अधूरी

Last Updated:October 13, 2025, 11:07 IST

Sikar Ground Report: रबी की फसल बुवाई से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने खेती में काम आने वाले उपकरणों पर जीएसटी घटाकर 5% कर दिया है. ट्रैक्टर, सिंचाई उपकरण, बायो-फर्टिलाइज़र और अन्य कृषि मशीनों पर टैक्स में कमी से किसानों की लागत कम होगी. हालांकि, किसानों की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही.कई ने इसे राहत बताया, जबकि कुछ का कहना है कि छोटे किसानों को इसका खास फायदा नहीं मिलेगा.

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सीकर. रबी की फसल बुवाई से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. सरकार ने जीएसटी के नए स्लैब में खेती में काम आने वाले उपकरणों की दरों में गिरावट की है. जीएसटी के नए स्लैब के अनुसार अब ट्रैक्टर, उसके टायर-पुर्जे, जुताई, कटाई और गहाई में उपयोग होने वाली कृषि, बागवानी और वानिकी मशीनों पर जीएसटी 12% या 18% से घटाकर केवल 5% कर दिया गया है. इसी तरह, सिंचाई उपकरण जैसे ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, स्प्रिंकलर, बायो-कीटनाशक, बायो-फर्टिलाइज़र और माइक्रो-न्यूट्रिएंट्स पर भी जीएसटी दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है. इस कदम से खेती की लागत में कमी आएगी और किसानों को आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी.

जीएसटी के नए स्लैब में खेती के उपकरणों की कीमत में गिरावट के बाद हमने ग्राउंड पर जाकर किसानों और कृषि उपकरण बेचने वाले दुकानदारों से बात की तो इसमें मिलजुली प्रतिक्रिया सामने आई. कुछ किसानों का कहना है कि यह सरकार का अच्छा कदम है, इससे किसानों को राहत मिलेगी. वहीं, कुछ किसानों ने कहा कि सरकार को किसानों के काम आने वाले उत्पादों को जीएसटी से बाहर रखनी चाहिए. इससे छोटे किसानों को अधिक राहत मिलेगी.

2017 के बाद कृषि उपकरणों पर टैक्स लगाया गया

किसानों के कृषि उपकरण बेचने वाले दुकानदार मदन महला ने बताया कि देश आजाद होने से 2017 तक किसान जो भी उपकरण काम में लेते थे उनमें अधिकांश उपकरणों पर कोई टैक्स नहीं लिया जाता था. जिन उत्पादों पर टैक्स थे वह भी बहुत कम था. किसानों के सिंचाई के काम आने वाले उपकरण पर तो छूट भी दी जाती थी. लेकिन, 2017 के बाद किसानों के खेती के काम आने वाले सभी उपकरणों पर भारी भरकम टैक्स लगा दिया गया. इससे किसानों की जेब पर अचानक बाहर पड़ा. अब सरकार ने जीएसटी के नए स्लैब में खेती के उपकरणों की कीमत में गिरावट की है, लेकिन अभी भी यह किसानों को कोई अधिक राहत नहीं दे रही है. उन्होंने बताया कि कृषि के उत्पाद पर कोई MRP फिक्स नहीं होती है. उनके ऊपर कही भी उनकी रेट नहीं लिखी होती है. तो ऐसे में यह राहत किसानों को कैसे मिलेगी.

खेतों में सोलर पंप लगाना हुआ सस्ता

सीकर के बेरी गांव के उन्नत किसान राम सिंह ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि जीएसटी के नए स्लैब में खेती के उपकरणों की कीमत में गिरावट से किसानों को राहत मिलेगी. उन्होंने बताया कि किसानों के लिए अब खेतों में सोलर पंप लगाना सस्ता हो गया है. इसके अलावा पीएम कुसुम योजना के कॉम्पोनेंट-बी के तहत सोलर पंप संयंत्र स्थापित करने वाले किसानों को 7811 रूपए तक की छूट मिलेगी. अब किसानों को सामान्य श्रेणी का सोलर कंट्रोलर लगाने पर पंप क्षमता के हिसाब से 4209 रुपए से 7811 रूपए तक की बचत होगी.

छोटे किसानों को नहीं मिलेगा ज्यादा लाभ

किसान सोना राम ने भी सरकार की इस फैसले पर मिली जूली प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बताया कि सरकार का यह अच्छा फैसला है, लेकिन छोटे किसानों को इससे कम फायदा होगा. उन्होंने बताया कि बड़े किसान एक साथ कृषि उपकरण एक साथ खरीदते हैं. लेकिन, छोटे किसान सिंचाई के समान भी बड़ी मुश्किल से खरीद पाते हैं. छोटे किसान ट्रेकिंग और ट्रैक्टर जैसी बड़ी मशीन किराए पर लेकर आते हैं. इस फैसले से छोटे किसानों को कोई ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा.

deep ranjan

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट…और पढ़ें

दीप रंजन सिंह 2016 से मीडिया में जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान, दैनिक भास्कर, ईटीवी भारत और डेलीहंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. 2022 से हिंदी में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. एजुकेशन, कृषि, राजनीति, खेल, लाइफस्ट… और पढ़ें

Location :

Sikar,Rajasthan

First Published :

October 13, 2025, 11:07 IST

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कृषि उपकरणों पर घटा टैक्स, किसान बोले- राहत है मगर पूरी नहीं

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